BREAKING : कांगड़ा बस अड्डे की बिजली कटी, अंधेरा कायम

बोर्ड ने 16 लाख का बिल पेंडिंग होने पर लिया कड़ा एक्शन, संचालक बोला, गलत तरीके से बढ़ाया गया अमाउंट

अंकित वालिया। कांगड़ा

कांगड़ा शहर की शान माने जाने वाले बस अड्डा पर अंधेरा छा गया है। बिजली बोर्ड ने  बस अड्डे की बिजली काट दी है। बस अड्डा संचालक के ऊपर बिजली बोर्ड ने 16 लाख 15 हजार 810 रुपए का पेंडिंग बिल दर्शाया है। बोर्ड का दावा है कि संचालक को कई बार नोटिस भी भेजे गए हैं,लेकिन उनकी ओर से बिल न भरने के कारण यह कदम उठाना पड़ा है। फिलहाल बिजली बोर्ड की कार्रवाई के बाद बस अड्डे में अंधेरा छा गया है।

यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही लगभग 30 दुकानदार अपना व्यवसाय नहीं  कर पा रहे हैं। बस अडडे पर बिजली न होने से सबसे ज्यादा असर परिसर के  दुकानदारों पर पड़ा है। दुकानों में बिजली से चलने वाले उपकरण ठप पडऩे से सामान खराब हो रहा है। इसी तरह टिकट काउंटर पर भी बुरा असर हो रहा है। आनलाइन सिस्टम हांफने से मिनटों का काम घंटों में हो रहा है। बस अड्डे की इस हालत से शहर के बुद्धिजीवी वर्ग में रोष बढ़ रहा है।

लोगों का कहना है कि रोजाना बस अड्डे पर हजारों लोग देश व विदेश से आते हैं। बस अड्डे पर बिजली न होने से कांगड़ा शहर के बारे में देश दुनिया में गलत संदेश जा रहा है। बहरहाल कांगड़ा बस अड्डे की बिजली काटे से जाने से पूरे शहर में हडक़ंप का आलम है।

बस अड्डा संचालक बोले , बिलकुल गलत किया: विजय सूद

इस बारे में हमने बस अड्डा संचालक विजय सूद से बात की। उन्होंने बताया कि बिजली बोर्ड ने गलत तरीके से उनका बिल बढ़ाया है। वह हर माह बिजली का बिल भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी ओर से बस अड्डा में बेहतर सेवाएं देने की कोशिश कर रहे हैं। अभी वह आउट आफ स्टेशन हैं। शहर आने पर वह इस समस्या से लोगों को छुटकारा देने की दिशा में हरसंभव प्रयास करेंगे।

बिजली बोर्ड ने अपनाया कड़ा रुख : संजीव रात्रा

इस बारे में बिजली बोर्ड के एसडीओ संजीव रात्रा ने बताया कि यह कनेक्शन साल 2010 में लगा था। कामर्शियल के बाद अब यह कनेक्शन बल्क सप्लाई में आता है। इस माह के बिल के अलावा संचालक का सोलह लाख पंद्रह हजार आठ सौ दस रुपए पेंडिंग बिल बनता है। पिछले नवंबर माह में तो मासिक बिल भी नहीं भरा गया है। कई बार नोटिस देने के बाद भी बिल न भरा गया तो यह कदम उठाया गया है।