कराेड़ाें का स्पोर्ट्स हॉस्टल बना खंडहर, कैसे करें मैडल की आस

एमसी शर्मा। नादौन

नादौन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल स्कूल का स्पोर्ट्स हॉस्टल कई मूलभूत सुविधाओं से करीब 20 वर्षाें से अपनी बदहाली के आंसू रो रहा है जानकारी देते हुए स्कूल प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने बताया कि इस स्पोर्ट्स हॉस्टल को करीब 30 वर्ष से अधिक बने हो चुके हैं, लेकिन इस हॉस्टल का भवन जर्जर हो चुका है और इस छात्रावास में हॉकी के 20 बच्चों की सीटें आरक्षित हैं, लेकिन इस हॉस्टल में करीब 7 बच्चे ही पढ़ाई के साथ हॉकी खेल रहे हैं, लेकिन करीब 20 वर्षों से न तो इस हॉस्टल में कोई कोच नहीं है और न ही बहुत अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।

यह भी देखें : इस माह के अन्त तक पूरा किया जाएगा 100 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य

हॉस्टल में रह रहे बच्चों के लिए बाथरूम एवं शौचालय की सुविधा देखकर कोई भी अभिभावक कभी भी इस हॉस्टल में अपने बच्चों को कभी न भेजें एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर प्रयास कर रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार इस धरोहर पर कोई भी ध्यान नहीं दे रही है। अगर इस हॉस्टल में अच्छी सुविधा के साथ-साथ अच्छे कोच भी मिले और स्कूल के खरेड़ी मैदान मैं खेलने की अच्छी व्यवस्था की जाए, तो इसमें कोई शक नहीं कि नादौन के इस हॉस्टल से आने वाले समय में कई बच्चे सेना एवं देश के लिए खेलते नजर आएंगे और हॉस्टल में 20 बच्चे भी आएंगे।

हालांकि इस संबंध में प्रदीप शर्मा ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से इस इस समस्या बारे चर्चा भी की है तथा मैदान में हॉकी टर्फ लगवाने के लिए स्कूल की तरफ से प्रस्ताव डाल कर भी दिया है, जिसके बारे में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस समस्या के बारे में शीघ्र ही समस्या का हल करने का आश्वासन दिया है। प्रदीप शर्मा का कहना है कि खेल मंत्री राकेश पठानिया से भी बात कर चुके हैं। उन्होंने जल्दी ही नादोन कर हॉस्टल का निरीक्षण करने का आश्वासन दिया है। इस संबंध में राज्यों के खेल मंत्री रकेश पठानिया ने बताया कि जल्द ही निरीक्षण करके इस समस्या का हल किया जाएगा, ताकि हॉस्टल में रहने वाले बच्चों को उचित कोटि की सुविधा मिल सके।