जानें, डीसी के पास क्याें पहुंची लाचार मां

कहा, बीपीएल कार्ड के सहारे चल रहा है बेटे का उपचार, सूची से न काटा जाए नाम

रवि ठाकुर। हमीरपुर

ग्राम पंचायत धलोट के भुराण गांव की महिला ने पंचायत प्रधान और सचिव पर बीपीएल सूची से जबरन गलत तरीके से उसके परिवार का नाम काटे जाने के आरोप लगाए हैं। इस सिलसिले में महिला ने मंगलवार को डीसी हमीरपुर देव श्वेता बनिक को शिकायत सौंपी है। महिला का कहना है कि उसका 6 वर्ष का बेटा है, जिसका इलाज आईजीएमसी से चल रहा है। महिला का कहना है कि कुछ दिन पहले ही पंचायत में ग्राम सभा हुई थी, लेकिन उसमें उनका नाम नहीं काटा गया था। ग्राम सभा में मौजूद लोगों, वार्ड पंच तथा उप प्रधान और प्रधान ने नाम काटने से इनकार किया था, लेकिन शाम 5:00 बजे के बाद पंचायत सचिव और प्रधान ने बीपीएल सूची से उनका नाम काट दिया।

महिला का कहना है कि हर महीने इलाज के लिए जब वह अस्पताल में जाते हैं, तो बीपीएल का कार्ड उनके काम आता है। अगर यह बीपीएल का कार्ड नहीं होगा, तो हर महीना उनका खर्च 10 से 15 हज़ार होगा। महिला बंदना देवी का कहना है कि लोगों को उन्हें सस्ते राशन के कोई भूख नहीं है। 6 वर्ष के बेटे का इलाज चल रहा है, जिसके लिए बीपीएल कार्ड की उनको सख्त जरूरत है। इस कार्ड के सहारे ही उनका उपचार चल रहा है। यदि बीपीएल सूची से उनका नाम कर दिया जाता है, तो वह बच्चे का उपचार भी नहीं करवा पाएंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामसभा में किसी ने भी उनका नाम बीपीएल सूची से काटने के लिए स्वीकृति नहीं दी थी, लेकिन बाद में मनमर्जी से ही प्रधान और सचिव ने उनका नाम काट दिया है। वह डीसी हमीरपुर के पास शिकायत लेकर पहुंचे हैं, ताकि उनका नाम बीपीएल सूची में एक बार फिर जोड़ा जाए।

उन्होंने कहा कि 10 वर्ष तक उनके बच्चे का उपचार चलेगा, तब तक उनका नाम बीपीएल सूची से न काटा जाए, ताकि वह अपने बच्चे का उपचार करवा सकें। गौरतलब है कि बीपीएल सूची से नाम काटे जाने की शिकायतें लगातार जिला प्रशासन के पास पहुंच रही हैं। पिछले दिनों कई पंचायतों में बीपीएल चयन को लेकर विवाद सामने आ रहे हैं। शिकायतें मिलने के बाद संबंधित खंड विकास अधिकारियों को जिला प्रशासन की तरफ से जांच के आदेश दिए जा रहे हैं।