नगर निगम चुनाव से पहले राजनीतिक जमीन की तलाश

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। धर्मशाला
अभी तक नगर निकाय के चुनावों को लेकर अधिसूचना जारी नहीं हुई है। लेकिन इन चुनाव से पहले वार्डों को आरक्षित किए जाने की मुहिम पूरी हो चुकी है। धर्मशाला नगर निगम पर नजर दौड़ाई जाए तो इस समय वर्तमान महापौर देवेंद्र जग्गी का वार्ड भी आरक्षित हो चुका है।

अब लड़ाई तो लडऩी ही है, इसे लेकर अन्य वार्डों में भी राजनीतिक जमीन तलाशने के प्रयास जारी हैं। भले ही अभी तक यह तय उनके द्वारा भी नहीं किया गया है कि वह किस वार्ड से नगर निगम के चुनाव में उतरेंगे पर अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान उनके द्वारा लोगों की यह भी नब्ज टटोली जा रही है कि कहां से उन्हें संबल भी अपने कार्यों को लेकर मिल पाएगा। नगर निगम के बाद हुए पहले चुनाव में अढ़ाई- अढ़ाई साल का कार्यकाल महापौर के लिए निर्धारित किया गया था। देवेंद्र जगी से पहले रजनी देवी महापौर पद पर काबिज थीं और उनके कार्यकाल के समाप्त होने के बाद देवेंद्र जग्गी महापौर बने। लेकिन अब बदलते समीकरणोंं के अनुसार दवेंद्र जग्गी का वार्ड भी आरक्षित हो चुका है तो ऐसे में उन्हें भी चुनाव लडऩे के लिए दूसरे वार्ड में हाथ पांव मारने पड़ रहे हैं।