पशुओं में फैल रहे लंपी वायरस को लेकर प्रशासन अलर्ट

सुरिंन्द्र सिंह सोनी। नालागढ़

पशुओं में होने वाला लंपी वायरस, लंपी स्किन डीजीज को लेकर प्रदेश भर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। वायरस के चलते दो दर्जन पशुओं की अब तक मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक पशु संक्रमित हो चुके है।
वायरस से संक्रमित पशुओं के शरीर पर गांठें बन रही है और वजन कम होना, मुँह से तरल निकलना, तेज बुख़ार जैसे लक्षण देखने को मिल रहे है। पशु पालन विभाग नालागढ़ के सीनियर वेटनरी डॉ. भारत भूषण करकरा ने बताया कि यह बीमारी पहले विदेशों में पाई जाती थी लेकिन अब यह देशभर के विभिन्न राज्यों में देखने को मिल रही है। उन्होंने बताया कि अलर्ट जारी किया गया है जिसके लेकर एक टीम का गठन किया गया है।

क्या है लंपी वायरस
लंपी स्किन डीजीज यानि लंपी वायरस के कारण पशुओं के शरीर में गांठें बन जाती हैं। इससे पशुओं को बुखार आता है और उनका वजन कम हो जाता है। पशुओं को सही समय पर उपचार न मिलने से उनकी मौत हो जाती है।

यह वायरस मच्छरों, मक्खियों, जूं व पीसू से दूसरे पशु में जाता है। इस वायरस के होने पर पशुओं को आइसोलेट करने यानि दूसरे पशुओं से अलग करने की सलाह दी जाती है। हालांकि संतोष की बात यह है कि यह बीमारी पशुओं से लोगों को नहीं आती और न ही संक्रमित पशुओं का दूध पीने से किसी तरह की हानि होती है।