महिणमेहश यात्रा : 700 जवान संभालेंगे सुरक्षा का जिम्मा

उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के दौरान 700 से अधिक पुलिस व होमगार्ड के जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे

शैलेश शर्मा। चंबा

उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के दौरान 700 से अधिक पुलिस व होमगार्ड के जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। पहले से सील जिला की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा यात्रा के दौरान जिला मुख्यालय चंबा से मणिमहेश डल झील तक मार्ग में हर जगह खाकी का पहरा रहेगा।

अधिकारिक तौर पर मणिमहेश यात्रा 19 अगस्त से शुरू होगी। इससे दो दिन प्रदेशभर से पुलिस की अलग-अलग बटालियन के जवान मणिमहेश यात्रा के दौरान ड्यूटी पर तैनात हो जाएंगे। मौजूदा समय में चंबा पुलिस सहित होम गार्ड के जवान यात्रा के दौरान विभिन्न तरह की व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं।
जिला मुख्यालय चंबा से लेकर करियां, धरवाला खड़ामुख, पट्टी, पुराना अड्डा, भरमाणी, चौरासी, पट्टी नाला से संधि, हड़सर व कुगति, हड़सर से धनछो, गौरीकुंड, गौरीकुंड से मणिमहेश, तियारी पुल से होली, भरमाणी मोड़ से भरमाणी मंदिर, डल झील और घराडू सेक्टर वाया भरमाणी में बनाए गए सेक्टर में पुलिस के जवान सेवाएं देंगे। इसके अलावा पुलिस की ओर से भरमौर व हड़सर में अलग से कंट्रोल रूम भी स्थापित किए हैं।

इस बार अधिकारिक तौर पर मणिमहेश यात्रा 19 अगस्त जन्माष्टमी के छोटे स्नान से शुरू होगी और चार सितंबर को राधा अष्टमी के शाही स्नान पर संपन्न हो जाएगी। बताते चलें कि सुरक्षा की दृष्टि के मद्देनजर जिले की सीमांत चेक पोस्ट पर जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। गोरतलब है कि पवित्र मणिमहेश की इस यात्रा को करने पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, केरला, जम्मू-कश्मीर के देश-विदेश के श्रद्धालु भी आते हैं।
लिहाजा पुलिस की ओर से जम्मू-कश्मीर व अन्य राज्यों के साथ लगती सीमाओं सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। भद्रवाह से मणिमहेश यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सलूणी के लंगेर क्षेत्र में स्थापित चेकपोस्ट में चेकिंग की जा रही है। इसके अलावा खैरी, तुनुहट्टी लाहडू में भी जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है।

हालंकि जिला प्रशासन की ओर से इस यात्रा के दौरान किसी को किसी तरह की असुविधा न हो तथा आपदा के समय श्रद्धालु आपदा प्रबंधन के टोल फ्री नंबर 1077 व वाट्सएप नंबर 98166-98166 पर जानकारी भी उपलब्ध करवाई गई है। आपदा से निपटने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबंधित खेल संस्थान भरमौर स्थित केंद्र के जवान भी सेवाएं देंगे। इसके इलावा जनजातीय क्षेत्र में हर जगह सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं। जिनपर 24 घंटो विशेष तैनाती रखी गई है।

बताते चले कि वर्ष 1995 में आई भयानक त्रासदी के बाद यह दूसरा मौका है। जब NDRF की दो टुकड़ियां इस मणिमहेश यात्रा के लिए तैनात की गई है। इस मौके पर NDRF के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह जो मणिमहेश यात्रा चलेगी इसी में डिप्लोई रहेगी। उन्होंने बताया कि किसी भी आपदा को लेकर हमारी टीम तुरंत घटना स्थल पर पहुंचकर उसका रेस्कयू किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस समय इस मिशन को पूरा करने दो टीमें है जिसमे 25-25 जवान तैनात है।