राजेंद्र राणा का आरोप, मानव भारती यूनिवर्सिटी फर्जीवाड़े को सरकार का संरक्षण

कहा, भाजपा के नेताओं के बच्चे फर्जी डिग्री लेकर विदेशों में कर रहे नौकरी

उज्जवल हिमाचल। शिमला

मानवभारती फर्जी डिग्री मामले में नया मोड़ आ गया है। कांग्रेस ने दोषियों को सरकार पर दोषियों को सरक्षण देने के आरोप लगाए हैं। भाजपा के नेताओं के बच्चे भी फर्जी डिग्री लेकर विदेशों में नौकरी कर रहे हैं। सरकार को यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द करके मामले की सीबीआई जांच करनी चाहिए। यह बात कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कही। सुजानपुर से कांग्रेस के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि 2008 में जब बीजेपी की सरकार थी तो वह उस समय प्राइवेट यूनिवर्सिटी एक्ट ले कर आई। उसी कड़ी में मानव भारती सोलन यूनिवर्सिटी भी खोली गई। किसी को भी यूनिवर्सिटी खोलने के लिए 50 बीघा जमीन का होना आवश्यक था, लेकिन मानव भारती के पास 30 बीघा ही जमीन थी।

सीबीआई जांच की उठाई मांग

राज कुमार राणा को शर्तें पूरी न होने के बाद भी उन्हें मंजूरी दी गई। उन्होंने बताया कि राणा के खिलाफ क्रिमिनल मामले होने के बावजूद भी यूनिवर्सिटी खोलने की मंजूरी दी। जिसके बाद लाखों की फर्जी डिग्री देश व विदेशों में बेची गई। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग ने जो 8 लोग गिरफ्तार किए है इसमे प्रश्न चिन्ह खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को मान्यता देने के पीछे क्या कारण रहे क्या इसे सरकार का संरक्षण प्राप्त है? सरकार इसके लिए सीबीआई जांच क्यों नही करवा रही है। सरकार ने मामले में गिरफ्तारी के बाद दोषी को बेल दे दी। मामले को लेकर सरकार ने क्यों कड़े कदम नही उठाए। यह सब सरकार का दोषियों को संरक्षण को दर्शाता है।

राणा ने कहा कि भाजपा के लोगों के बच्चें भी इस यूनिवर्सिटी से डिग्रियां लेकर विदेशों में नौकरी कर रहे है। भाजपा ने शिक्षा का व्यापारीकरण किया है। ऐसे में सरकार अपने लोगों को बचाने में लगी हुई है।