पुरानी पेंशन के लिए पदयात्रा, खाने-पीने-रहने का सामान लेकर शिमला निकले कर्मचारी

उमेश भारद्वाज। मंडी

हिमाचल प्रदेश में किसान आंदोलन की तरह बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू हो गई है। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न विभागों में तैनात सभी वर्ग के कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के लिए राजधानी शिमला पैदल यात्रा पर निकल गए हैं। बुधवार को नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सैंकड़ों कर्मचारी मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर इकट्ठा हुए और यहां से कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाली के लिए पदयात्रा की शुरूआत की। इस पदयात्रा को वल्लभ कालेज मंडी से सेवानिवृत प्रिंसिपल अशोक अवस्थी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर नारेबाजी भी की।

नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने बताया कि पुरानी पेंशन की बहाली पर प्रदेश सरकार के ढुलमुल रवैये से परेशान सरकारी कर्मचारी भारी रोष के चलते राजधानी शिमला के लिए पैदल मार्च करने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि कर्मचारी बिलासपुर जिला मुख्यालय होते हुए 3 मार्च को शिमला पहुचेंगे और वहां पर विधानसभा का घेराव कर पुरानी पेंशन बहाली के लिए धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की पदयात्रा नेशनल हाईवे होकर ही जाएगी व इस दौरान उनके साथ कर्मचारी संगठन व अन्य संगठन की जुड़ते जाएंगे।

उन्होंने बताया कि यह एक ऐतिहासिक धरना प्रदर्शन रहेगा। जिसमें प्रदेश भर के सरकारी कर्मचारी भाग लेंगे। प्रदीप ठाकुर ने कहा कि सरकार के पास अब बहुत कम समय रह गया है और सरकार अपने वादे को पुरा नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन को आने वाले समय में और तेज करेंगे और पुरानी पेंशन लेकर ही मानेंगे।