शिमला शहर में जाम हुआ आम, वाहन चालक हुए परेशान

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

प्रदेश में के सभी बड़े शहरों में जाम की समस्या आम बात बन चुकी हैं। इसी के बीच राजधानी शिमला शहर में जाम लगने की बात बहुत ज्यादा चर्चा में आ गई है। इस समस्या से हर वर्ग को आए दिनों गुजराने पड़ रहा है। जाम के कारण मुख्य तौर कर्मचारी, स्कूल-कालेज के छात्र बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। शिमला में सामान्य तौर पर रोजाना सुबह-शाम एक से डेढ़ घंटे को लंबा जाम लग रहा है। हर एक सेकंड में वाहन आते-जाते हैं। दोपहर में शहर की सड़कों पर दस सेकंड में वाहन गुजरता है।

सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर दस बजे तक वाहन सड़कों पर दौड़ने के बजाय रेंगते हैं, इसी तरह की स्थिति शाम को पांच बजे के बाद सात बजे तक रहती है। ट्रैफिक जाम तारादेवी, मशोबरा, कुफरी, टुटू से लगना शुरू होता है। सप्ताह के पहले दिन शहर में हिमाचल नंबर के 35 हजार वाहन प्रवेश करते हैं। ये वाहन राज्य के निचले क्षेत्रों के अलावा कालका-शिमला मार्ग से और मंडी व शिमला जिला के क्षेत्रों से शहर में प्रवेश करते हैं। सप्ताह के अंतिम तीन दिनों के दौरान उत्तर भारत के राज्यों से पर्यटकों की आमद शिमला शहर में बढ़ने से रोजाना पांच हजार से लेकर सात हजार वाहन सड़कों में रोजाना वाहनों की संख्या के साथ जुड़ जाते हैं।