MBBS की प्रवेश परीक्षा में क्षेत्र की तीन बेटियां चयनित

चमेल सिंह देसाईक। शिलाई

उपमंडल शिलाई की तीन बेटियों ने एनआईआईटी की परीक्षा पास करके एमबीबीएस में प्रेवश के लिए स्थान हासिल किए हैं। बेटियों की सफलता के लिए समूचे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। उपमंडल की ग्राम पंचायत बाली-कोटी के गांव कण्ड्यारी की गुलशन नेगी पुत्री रामभज नेगी, ग्राम पंचायत नाया-पंजोड के गांव नाया की दीक्षा शर्मा पुत्री भारत भूषण मोहिल, ग्राम पंचायत कांडो-च्योग के गांव च्योग की मानसी चौहान पुत्री डीएस चौहान ने क्षेत्र वासियों के लिए इतिहास बनाया है।

एक साथ तीन बेटियों की सफलता ने समूचे प्रदेश को दिखाया है कि मेहनत व लग्न से किए गए कार्य सफलता की मंजिल प्रदान करते है। बेटियों के पिता रामभज नेगी, भारत भूषण मोहिल, डीएस चौहान का परिजनों सहित बेटियों की सफलता के बाद खुशियों का ठिकाना नही रहा है समूचे गांव में खुशी की मिठाई बांटी जा रही है। परिजन बताते है कि बेटियां किसी से कम नहीं है। हर क्षेत्र में अव्वल दर्जे पर क्षेत्र व प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। शिलाई दुर्गम क्षेत्र है, क्षेत्र में अच्छे शैक्षणिक संस्थान नही है, न ही क्षेत्रीय सरकारी संस्थानों में उचित सुविधाएं उपलब्ध है।

बावजूद उसके स्थानीय स्कूलों से शिक्षा प्राप्त करने के बाद बेटियों ने शहर का रुख करके शहर के बच्चों को दिखया है कि शिलाई क्षेत्र में बेटियां, बेटों से कम नहीं है न कमजोर है। क्षेत्र की तीनों बेटियों ने एमबीबीएस में प्रवेश पाया है। यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले विभिन्न क्षेत्रों में क्षेत्र की बेटियों ने क्षेत्र, प्रदेश व देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।

इस बार मेडिकल में बेटियों ने नाम रोशन करके क्षेत्र को खुशिया प्रदान की है। बेटियों ने पढ़ाई की उचित सुविधाएं न होने पर भी प्रदेश में अपने अधिकार हासिल किए हैं। इसके लिए बेटियों की रात-दिन की कड़ी मेहनत है, जिसके लिए बेटियां बधाई की पात्र है।