पराशर द्वारा रक्कड़ में आयोजित 14वें मेडीकल कैंप में पहुंचे हजाराें लाभार्थी

पोलियां-पुरोहितां की नौ वर्षीय अक्षिता को भी दो मशीनें लगाने के बाद सुनाई देने लगा

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय पराशर द्वारा मंगलवार को महर्षि विद्या मंदिर स्कूल, रक्कड़ में 14 वें मेडीकल कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें आंखों व कानों के मरीजों की जांच की गई। इस स्वास्थ्य शिविर में 54 गांवों के कुल 1259 लाभार्थी पहुंचे। शिविर में 952 ने अपनी आंखों की जांच करवाई, जिसमें 629 को निःशुल्क चश्मे वितरित किए गए। 628 को आई ड्राप्स प्रदान किए गए, तो चिकित्सा विशेषज्ञों ने 113 को मातियाबिंद की बीमारी से पीड़ित बताया गया। इन मरीजों का मोतियाबिंद का आपरेशन कैप्टन संजय द्वारा बिना किसी खर्च के जालंधर स्थित निजी अस्पताल में करवाया जाएगा। वहीं, इसी कैंप में 307 ने अपनी कानों की जांच करवाई। 141 को कानों की सुनने वाली मशीनें प्रदान की गईं। 173 महिलाओं को 1730 निःशुल्क सैनेटरी पैड्स वितरित किए गए।

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इस कैंप में पोलियां-पुरोहितां की नौ वर्षीय अक्षिता ने भी अपने कानों की जांच करवाई, जिसे न के बराबर सुनाई देता था। चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा उसके दोनोें कानाें के लिए मशीनें दी गईं और उसे अब सुनाई देने लगा है। कोराना नियमों का पालन करने के बाद ही कैंप में जाने की इजाजत आयोजकाें द्वारा दी जा रही थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कैप्टन संजय ने कहा कि उनके द्वारा निभाए जा रहे सामाजिक सरोकार मानवता की सेवा में समर्पित हैं। उन्होंने जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने का संकल्प लिया है और इसके लिए वह सुदूर गांवों में भी मेडीकल कैंपों का आयोजन कर रहे हैं। अब अगला कैंप 20 नवंबर को जसवां-परागपुर क्षेत्र के नंगल चौक में लगाया जाएगा। उसके बाद में भी नियमित अंतराल पर ऐसे स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन होता रहेगा।

पराशर की पत्नी सोनिका ने मेडीकल कैंप में पहुंचे लाभार्थियों से संवाद में कहा कि क्षेत्र की जनता का भी इन स्वास्थ्य शिविरों में अपार स्नेह व समर्थन मिल रहा है। कई पंचायत प्रतिनिधि और सामाजिक संस्थाएं भी अपना याेगदान दे रहे हैं और यही कारण है कि इसी वर्ष के फरवरी से लेकर अब तक 14 मेडीकल कैंपों का आयोजन हो चुका है। मेडीकल कैंपों में 12 हजार से लाभार्थी पहुंचे हैं। वहीं, कैंप में पहुंचे चौली के अजीत सिंह, बंडा से हरबंस लाल, कूहना से अनीता देवी और साईं की की कमला देवी ने बताया कि उन्हें देखने में परेशानी महसूस होती थी, लेकिन अब पराशर के कारण पहले से अच्छा दिखाई देने लगा है।

कोलापुर से सरोज कुमारी, रक्कड़ से ओमप्रकाश, भड़ोली जदीद से रमेश कुमार और बंडा से सुदेश चंद ने बताया कि उन्हें कैप्टन संजय के सौजन्य से कैंप में निःशुल्क कानों को सुनने वाली मशीनें मिली हैं, जिसके लिए वे पराशर का आभार व्यक्त करते हैं। वहीं, रक्कड़ पंचायत के पूर्व प्रधान संजय धीमान और रत्न सिंह ने पराशर के इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इन स्वास्थ्य शिविरों से गरीब व आम आदमी को बेहद लाभ मिल रहा है। पराशर अपने संसाधनों का उपयोग करके समाज व मानवता की सेवा कर रहे हैं।