22 फरवरी से सभी के लिए खोल दिए जाएंगे मेडिकल कालेज एवं अस्पताल नेरचौक

उमेश भारद्वाज। मंडी
लंबे इंतजार के बाद लगभग सवा दस महीने के उपरांत सोमवार 22 फरवरी से श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज एवं अस्पताल नेरचौक के दरवाजे सभी के लिए खोल दिए जाएंगे। कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ने के चलते राज्य सरकार ने 4 अप्रैल 2020 को इस कालेज को डेडिकेटेड कोविड हास्पिटल के रूप में घोषित कर दिया था, जिसके बाद यहां सिर्फ कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का ही उपचार हो रहा था। 500 बिस्तरों वाला यह अस्पताल आम लोगों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। अब राज्य सरकार ने इसे डेडिकेटिड कोविड अस्पताल से हटाकर सामान्य रूप से सभी के लिए संचालित करने का निर्णय ले लिया है और इस संदर्भ में अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। अस्पताल के दोबारा संचालन को लेकर मेडिकल कालेज परिसर में इस संदर्भ में बैठक का आयोजन भी किया गया जिसमें सोमवार से अस्पताल को दोबारा से शुरू करने का निर्णय लिया गया। जानकारी एमएस डा. जीवानंद चौहान ने कहा कि अगले दो दिनों तक पूरे अस्पताल को सैनेटाईज किया जाएगा और इसके बाद सोमवार से सभी ओपीडी नियमित रूप से शुरू कर दी जाएंगी।

मेडिकल कॉलेज नेरचौक में करना होगा कोविड नियमों का पालन

मेडिकल कालेज नेरचौक को सभी के लिए खोल तो दिया गया है। लेकिन यहां आने वाले सभी मरीजों और उनके तीमारदारों को कोविड के नियमों का पालन करना होगा। अस्पताल में जाने से पहले हाथ सैनेटाईज करने होंगे और मुहं पर मास्क लगाकर रखना अनिवार्य होगा। वहीं दो गज की दूरी भी बनाए रखनी होगी। इसके लिए कालेज प्रबंधन की तरफ से भी पूरी व्यवस्था की जाएगी।

अब बीबीएमबी अस्पताल सुंदरनगर बना डेडिकेटेड कोविड अस्पताल

राज्य सरकार ने सुंदरनगर स्थित बीबीएमबी के अस्पताल को डेडिकेटिड कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित कर दिया है। अब जिला में कोरोना से संक्रमित व्यक्ति को यदि उपचार की जरूरत होगी तो उसे बीबीएमबी सुंदरनगर के अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। बता दें कि मेडिकल कालेज नेरचौक में अब कोरोना का कोई भी मरीज शेष नहीं है।