हिमाचल में मानसून का कहर, 13 जुलाई तक जारी रहेगी बरसाती आफत

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून लगातार कहर ढाह रहा है। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से भारी तबाही हो रही है। जिसके चलते सामान्य जनजीवन भी अस्त-वयस्त हो रहा है। हिमाचल जैसे पहाड़ी प्रदेश में बरसात का आना मानो आफत का आना है। सिरमौर, शिमला, मंडी, कांगड़ा, बिलासपुर और सोलन जिलों में भारी बारिश हुई है। बारिश का दौर जारी रहने से प्रदेश में नदी-नाले अपने ऊफान पर हैं। प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर बादल फटने व भूस्खलन से जान-माल का भारी नुक्सान हो रहा है।

अगर बात करें पिछले 48 घंटो की तो इस दौरान बारिश से हुए हादसों में आठ लोगों की मौत हुई है। बिलासपुर में पानी के सैलाब में बहने, सोलन, चंबा व शिमला में सड़क दुर्घटनाओं, मंडी की खाई में कार गिरने व ऊना जिला में सर्पदंश से एक-एक व्यक्ति की जान गई हैं। वहीं सिरमौर जिला में करंट और सर्पदंश से दो मौतें हुई हैं। इसके अलावा भूस्खलन से प्रदेश भर में 49 सड़कें बाधित हैं। चंबा में 35, बिलासपुर में एक, कुल्लू में 10, लाहौल-स्पीति में 2 व शिमला में एक सड़क बन्द है। कुल्लू में बिजली के 13 ट्रांसफार्मर ठप पड़े हैं। इसके अलावा चंबा जिला में 9 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई है।

मौसम विभाग द्वारा 13 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश के मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। लाहौल- स्पीति और किन्नौर जिले को छोड़कर शेष 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों से नदी-नालों के नजदीक न जाने का आग्रह किया है।

सिरमौर जिला के धौलाकूआं में सबसे ज्यादा 121 मिमी बारिश हुई है। जबकि कांगड़ा में 54, उना में 35, पालमपुर में 32, नाहन में 19, डल्हौजी में 12, शिमला में 5 और सुंदरनगर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं बीते 24 घंटों के दौरान नाहन में 65 मिमी बारिश दर्ज की गई तो कसौली में 35, कोटखाई में 25, भरमौर में 19, गग्गल में 18 और शिमला में 14 मिमी बारिश हुई है।