अधिकारियों की लापरवाही से परिवार पर टूटा दुखाें का पहाड़ : संघ

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष दूनी चंद ठाकुर व महामंत्री नेकराम ठाकुर ने आज (शुक्रवार) काे फ़ोन के माध्यम से मंत्रणा करके सयुंक्त प्रेस नोट जारी किया है। इसमें कुल्लू के ढालपुर, भुट्टी चौक पर बिजली कार्य करते हुए मान सिंह (32) की करंट लगने से हुए मौत पर गहरा दुख प्रकट किया है और परिवार के प्रति संवेदनाए प्रकट की हैं तथा संघ ने जिला कुल्लू में कार्यरत अपने तकनीकी कर्मचारियों को इस परिवार की सहायता करने के भी निर्देश दिए हैं।

क्योंकि अधिकारियों की लापरवाही की वजह से एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। संघ के अध्यक्ष दूनी चंद ठाकुर ने कहा है कि कैसे एक अधिकारी ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई पता नहीं है और उसी प्रकार पुलिस प्रशासन ने बिना किसी जांच के कनिष्ट अभियंता व 3 लाइनमैन को लापरवाही का आधार बना कर गिरफ्तार किया गया है, जिनकी संघ निंदा करता है। क्योंकि बिना पुख्ता जांच के आप किसी को भी दोषी नहीं ठहरा सकते हैं।

संघ के महामंत्री नेकराम ठाकुर ने कहा कि इस बात की स्पष्ट जांच की जाए कि किस अधिकारी के कहने पर यह ठेकेदार इन आदमियों को कम पर लाया था। आज प्रदेश में बेरोजगार युवा पीढ़ी का ठेकेदार शोषण कर रहें है। ठेकेदार न तो इन कर्मचारियों को ईपीएफ, इंश्योरेंस व अन्य कोई भी सुविधा से दूर रख रहें है। विद्युत बोर्ड में कार्य कर रहे ठेकेदारों को दिशा-निर्देश जारी करें कि जिन कर्मचारियों से आप काम करवा रहे हैं, उनका पूरा ब्यौरा संबंधित डिवीज़न व कनिष्ट अभियंता को उपलब्ध करवाया जाए, ताकि युवाओं का शोषण व किसी प्रकार की समस्या न आएं।

संघ के महामंत्री ने बताया कि संघ ने बोर्ड प्रबंधन वर्ग व प्रदेश सरकार को पत्र लिख कर मांग की थी कि प्रदेश विद्युत बोर्ड में हो रही दुघर्टनाओं की जांच के लिए उच्च स्तर की कमेटी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि बोर्ड के साथ संघ की वार्ता में बोर्ड प्रबंधक वर्ग ने इसे माना भी था, परंतु अभी तक न ही सरकार व न ही बोर्ड द्वारा अमल में लाया गया है, जिससे कि तकनीकी कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है व संघ ने इसकी कड़े शव्दों में निंदा की है व साथ ही मांग कि है कि मरने वाले परिवारों के आश्रितों को तुरंत 5 लाख का मुआवजा उपलब्ध करवाया जाए।

संघ के अतिरिक्त महामंत्री देवेंद्र संधू ने कहा कि जो टेंडर डिवीजन व सर्किलों में हो रहे हैं, उनमें सबसे अधिक भ्रष्टाचार व भाई-भतीजावाद है। क्याेंकि अधिकतर अधिकारी टेंडर अपने चहेतों को दे रहे हैं। साथ ही अधिकारियों यह प्रथा चलाई है कि कार्य पहले हो जाते हैं व टेंडर आबंटन बाद में होते हैं, जिसका ताजा उदाहरण कुल्लू का है।

जब सहायक अभियंता ने कहा कि मेरे संज्ञान में यह नहीं है, जबकि एक कनिष्ट अभियंता बिना अपने अधिकारों के बताए कैसे कर सकता है व संघ ने यह भी मांग की है कि जब किसी ठेकेदार के द्वारा कार्य करना हो, तो उनके कर्मचारी का ब्यौरा उसके स्किल व अनस्किल्ड की पूरी जानकारी होनी चाहिए व इसमें लगे आउटसोर्सिंग व आउट टर्म पर कार्य कर रहे कर्मचारियों का वर्ग निर्धारित किया जाए।