हत्या मामला : परिजनाें ने पुलिस की कार्रवाई पर खड़े किए सवाल

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

ठियोग में नेपाली मूल के व्यक्ति की हत्या मामले में गिरफ्तार स्थानीय कारोबारी के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। आरोपी की बेटियों निशा और सरिता ने मीडिया से बातचीत में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कई आरोप लगाए हैं। निशा और सरिता ने कहा कि नेपाली व्यक्ति की हत्या का आरोप बेबुनियाद है। ये व्यक्ति 25 दिन से लाचार हालत में रह रहा था और उसकी मानसिक हालत भी सही नहीं थी। उनके पिता श्याम सिंह ने मानवीयता के नाते इस व्यक्ति को अपने पास शरण दी थी। उसे दो वक्त का भोजन दिया जाता था।

बीमार पड़ने पर उसे मेडिकल स्टोर से दवाई भी दिलाई गई। विगत माह 10 से 12 मई के बीच अचानक उसकी मृत्यु हो गई। इस मामले में ठियोग पुलिस ने उनके पिता को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध मर्डर का केस दर्ज किया है। पुलिस किसी के दवाब में ये उनके पिता को निशाना बना रही है।उन्होंने कहा कि नेपाली मूल के व्यक्ति के परिवार के बारे में कोई जानकारी न होने के कारण उनके पिता ने रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया था।

पुलिस ने अब एक माह बाद ये मामला खोला और उनके पिता को गिरफ्तार कर लिया। हत्या का मामला बना कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। आरोपी की बेटियों ने आरोप लगाया कि पुलिस किसी के दवाब में ये कार्रवाई कर रही है। उनके पिता बेकसूर हैं और वे इंसानियत के नाते इस व्यक्ति की मदद कर रहे थे। नेपाली मूल के व्यक्ति की मौत होने पर उसका दाह संस्कार किया। अगर उसे मारना ही होता, तो वे उसका दाह संस्कार क्यों करते? बेटियों ने कहा कि वे इस मामले में इंसाफ के लिए शिमला के एसपी और डीजीपी से भी गुहार लगाएंगे।