दलित लड़की की रेप के बाद हत्या

परिजन का आराेप पुलिस दबा रही थी केस

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

यूपी के बाराबंकी जिला में एक दलित नाबालिग लड़की की रेप के बाद हत्या किए जाने की घटना सामने आई है। पोस्टमोर्टम रिपोर्ट से रेप की पुष्टि हुई है। इसके बाद दर्ज मुकदमे में आईपीसी की धारा 376 को बढ़ाया गया है. इस मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया है। बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से पहले पुलिस ने युवती का अंतिम संस्कार करवा दिया था। जानकारी के मुताबिक बुधवार देर शाम खेत में धान काटने गई एक दलित किशोरी को बदमाशों ने उसकी गर्दन से हाथ बांध कर उसके साथ दरिंदगी की और फिर नृशंस हत्या
कर दी।

परिजनों का आरोप है कि पुलिस शुरुआत में मामले को दबाने में लगी रही, लेकिन गुरुवार देर शाम आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप के बाद गला दबा कर हत्या करने की पुष्टि हुई। इस मामले में एक बात और सामने आई है कि माता-पिता जहां पीड़िता को नाबालिग बता रहे हैं, तो वहीं पुलिस युवती को बालिग बता रही है। देर रात बाराबंकी जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह ने बालिका से हुई जघन्य वारदात की जानकारी दी।

उन्होंने प्रेस नोट जारी कर 261/20, 302 आईपीसी के दर्ज मुकदमे में 376 बढ़ाने की पुष्टि की और घटना में निष्पक्ष जांच कराने के निर्देश दिए हैं।घटना के बाद से गांव में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। हालांकि पोस्टमार्टम के बाद पुलिस अफसरों की मौजूदगी में लड़की के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इसके साथ ही गांव में पीएसी के साथ भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि कल थाना सतरिख के अंतर्गत एक खेत में एक 18 वर्षीय महिला का शव संदिग्ध अवस्था में मिला था, जिसके बाद आईपीसी के धारा 302 के अंतर्गत केस दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दी गई थी। इसमें मृतका के पोस्टमार्टम के आधार पर आज धारा 376 की बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही प्रभारी पुलिस अधीक्षक आर एस गौतम ने अपने बयान में कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आए संदिग्धों से इस मामले लगातार जांच की जा रही है।