नड्डा ने जारी किया भाजपा का घाेषणा पत्र

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

126 सीटों वाली राज्य विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान कराए जाएंगे। इस दौरान नड्डा ने कहा कि हम असम की सुरक्षा के लिए सही एनआरसी पर काम करेंगे। हम वास्तविक भारतीय नागरिकों की रक्षा करेंगे और घुसपैठियों का पता लगाकर अहोम सभ्यता को सुरक्षित रखेंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने असम में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी कर दिया है।

इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल और राज्य मंत्री हिमंता बिस्व सरमा भी मौजूद रहे। असम के राजनीतिक अधिकारों की रक्षा के लिए, हम परिसीमन प्रक्रिया को गति देंगे। नड्डा ने आगे कहा कि हमने अपने आपको बढ़ाने के लिए आपके सामने 10 संकल्प रखने का फैसला किया है। पहला-मिशन ब्रह्मपुत्र। बाढ़ जो यहां की समस्या बनी हुई है, उसे नए-नए तरीके से रोकने का प्रयास किया जाएगा, ताकि हम बाढ़ की त्रासदी से असम की जनता को बचा सकें और वो विकास की नई कहानी लिख सकें।

हम ब्रम्हपुत्र के आसपास बड़े जलाशयों का निर्माण करेंगे, ताकि ब्रम्हपुत्र दृष्टि के तहत अतिरिक्त पानी का संरक्षण किया जा सके और लोगों को बाढ़ से बचाया जा सके। ओरुनोडोई योजना के तहत 30 लाख पात्र परिवारों को महीने में 3,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। हम अवैध अतिक्रमण को हटाने के साथ-साथ नाम घरों का अच्छे से निर्माण हो सके उसके लिए सभी नाम घरों को अढ़ाई लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। नड्डा ने अगे कहा कि असम देश में सबसे ज़्यादा तेज़ी से नौकरियां पैदा करने वाला राज्य बनेगा।

सरकारी क्षेत्र में हम दो लाख लोगों को नौकरी देंगे, जिसमें से एक लाख लोगों को हम 31 मार्च, 2022 तक नौकरी देंगे। निजी क्षेत्र में 8 लाख नौकरियों की व्यवस्था की जाएगी। इससे पहले सोमवार को नड्डा ने डिब्रूगढ़, जोरहाट और बिश्वनाथ चाराली में चुनावी सभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को अवसरवादी बताते हुए जमकर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस हाथी की तरह है, जिसके खाने के दांत अलग और दिखाने के अलग हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का मतलब विकास और कांग्रेस का मतलब अंधकार।

नड्डा ने कहा कि जो लोग चाहते हैं कि चुनाव बाद असम का अंधकारमय भविष्य चाहते हैं, वो कांग्रेस के साथ जा सकते हैं, लेकिन जिनकों विकास चाहिए वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चलें। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस का एक मात्र मकसद अवसरवादी राजनीति है। केरल में वह मुस्लिम लीग के साथ मिलकर माकपा से लड़ रही है और बंगाल और असम में माकपा के साथ उसका गठबंधन है। असम में कांग्रेस के लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे तरुण गोगोई ने कभी भी बदरुद्दीन अजमल की पार्टी आल इंडिया यूनाइडेट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआइयूडीएफ) के साथ गठबंधन नहीं किया।

उनके नहीं रहने पर उनके पुत्र ने अजमल के साथ हाथ मिला लिया। यह अवसरवादी राजनीति नहीं है तो क्या है? बता दें कि वर्ष 2016 में भाजपा ने कांग्रेस के 15 वर्ष के शासन को उखाड़ फेंकते हुए सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। उसके सहयोगी दलों में अगप तथा बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट भी शामिल थे। भाजपा गठबंधन 126 विधानसभा सीटों में 86 सीटें जीतने में कामयाब रहा। भाजपा को 60, अगप को 14 तथा फ्रंट को 12 सीटें मिली थीं। इस बार फ्रंट कांग्रेस के नेतृत्ववाले गठबंधन में शामिल हो गया है।