हिमाचल में गठित होगी राष्ट्रीय ई-अकादमी : सीएम जयराम

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

हिमाचल पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन शिमला में शुरू हो गया है। 100 वर्ष पूरे होने पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का शिमला में 7वां सम्मेलन व देश में 82वां सम्मेलन चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल सम्मेलन का उद्घाटन किया और विधानसभा की उच्च परंपराओं को बनाए रखने की पैरवी की। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने 100 वर्ष बाद शिमला में हो रहे इस सम्मेलन को ऐतिहासिक करार दिया। वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। प्रदेश विधानसभा का एक गौरवमयी इतिहास रहा है। प्रथम अध्यक्ष जीवंत राम से लेकर विपिन परमार तक का कार्यकाल उल्लेखनीय है। धर्मशाला के तपोवन में स्थित विधानसभा भवन के उचित उपयोग करने की बात लोकसभा स्पीकर के समक्ष उठाई और कहा कि वहां राष्ट्रीय ई अकादमी बनाने की मांग उठाई जिससे उस विधानसभा का सही से उपयोग हो सके।

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देश के अंदर ऐतिहासिक क्षणों का साक्षी रहा है शिमला
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि शिमला देश के अंदर ऐतिहासिक क्षणों का साक्षी रहा है। सदन की गरिमा बनी रहे 100 वर्ष के इस अधिवेशन के निर्णयों की समीक्षा व मंथन करेंगे। पीठासीन अधिकारी मिल कर जनता के कल्याण के लिए काम करना चाहिए। हमारा एजेंडा 100 वर्ष की समीक्षा करना शासन की जवाबदेही को लेकर इस दो दिवसीय सम्मेलन में मंथन होगा। इस सम्मेलन में वर्चुअल जुड़े प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। यह कार्यक्रम हमारी जिम्मेदारी को बढ़ाता है। कोरोना की लड़ाई सभी राज्यों ने एकजुटता से लड़ी। भारत ने 100 करोड़ का वैक्सीन का आंकड़ा पूरा कर चुका है।

भारत के भविष्य के सपने पूरे होंगे, जो सभी राज्यों के प्रयासों से पूरे होंगे। नई विजन के साथ भविष्य के लिए नए नियम बनाने है। नीतियां कानून एक भारत श्रेष्ठ भारत को मजबूत करने वाली होगी। सदन में हमारा अचार व्यवहार भारतीय मूल्यों के आधार पर हो यह भी आवश्यक है। भारत विविधता के बीच एकता की अखंड धारा बहती है। हर दल में ऐसे प्रतिनिधि होते हैं, जो राजनीति से परे लोगों की सेवा में खपा देते हैं। ऐसे प्रतिनिधियों के लिए कुछ दिन ऐसे रखे जा सकते हैं, जिसमें वह अपने अनुभव बताए। इस पक्ष की जानकरी दें। इससे दूसरों को भी सीखने का मौका मिलेगा। इससे राजनीति समृद्ध होगी इसके लिए कोई कमेटी गठित कर ली जाए।