सरकार ने भगवान के भरोसे छोड़े सेब बागवान : राठौर

उज्जवल हिमाचल। शिमला

हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने प्रदेश की जयराम सरकार पर सेब सीजन के दौरान सेब मंडियों में अव्यवस्था का आरोप लगाया है। राठौर ने कहा कि उन्होंने शिमला ग्रामीण अध्यक्ष यशवंत छाजटा के साथ दो दिनों तक शिमला की सेब मंडियो का दौरा किया। इस दौरान सेब कारोबार से जुड़े बागवानों से लेकर ट्रक चालकों तक से बात की। इस दौरान पाया गया कि सेब मंडियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम नहीं है। आढ़ती निज़ी तौर पर ये सारे प्रबंध देख रहे हैं , जो नाकाफी है। राठौर ने कहा कि कौन इन मंडियों में आ रहा है, कौन जा रहा है कोई नहीं पूछ रहा है। कोई स्क्रीनिंग नहीं, कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं, कोई सफ़ाई व्यवस्था नहीं, न ही कोई सुरक्षा के इंतजाम । सरकार ने सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ दिया है। स्कैब रोग पर काबू पाने के लिए दवाओं की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि सरकार की लचर व्यवस्था के चलते सेब मंडियों में कोरोना संक्रमण फैलने का ख़तरा बना हुआ है। मजदूरों की कमी को सरकार आज तक पूरा नहीं कर पाई। अपने स्तर पर बागवानों ने मजदूर मंगवाए हैं, जिनके लिए निज़ी बस संचालकों व टैक्सी चालकों ने मनमाने दाम तक वसूले। बाहर से लाए गए मजदूरों को क्वारंटीन रखने के लिए सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की। दवाइयों की कमी के चलते स्कैब रोग भी सेब पर भारी पड़ रहा है। क्योंकि सेब मंडियों के बाहर लिखा है कि स्कैब रोग ग्रसित सेब नहीं खरीदा जाएगा। लेकिन प्रदेश के बागवानी मंत्री व सीएम को इसकी कोई चिंता नहीं हैं।

कोरोना संकट के बीच मंडियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं

राठौर ने कहा कि कांग्रेस के समय बागवानी के लिए आया 1134 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट अधर में लटका पड़ा है। बाग़वानी मंत्री के रवैये से लगता है कि वह बागवान विरोधी है। कुलदीप राठौर ने प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार दोहरे मापदंड अपना रही है। जब तब्लीगी जमात के लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे तो उनके खिलाफ तो केस दर्ज किए गए थे अब जब बीजेपी के नेता कोरोना फैला रहे हैं उन के खिलाफ कोई भी मामले दर्ज नहीं किए जा रहे, उनके खिलाफ भी मामले दर्ज होने चाहिए।