टांड़ा में कोरोना मरीजों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार: बोले काजल

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

विधायक पवन काजल ने जिला कांगड़ा में चरमराई स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मौजूदा भाजपा सरकार को दोषी ठहराया है। पवन काजल ने कहा कोरोना मरीजों के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार और सरकार की लचर कार्य प्रणाली के चलते अब जनता डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा, जोनल अस्पताल धर्मशाला या कांगड़ा नगर में स्थापित तीन प्रतिष्ठित निजी अस्पतालों में उपचार करवाने से हाथ खींचने लगी है। चिकित्सा संस्थानों में भर्ती रोगियों व उनके तीमारदारों द्वारा आए दिन लगाए जा रहे आरोपों से जाहिर है कि सरकार ने अपने हाथ खींच लिए हैं और महामारी के इस दौर में निजी अस्पताल संचालक जनता को कथित तौर पर लूटने में व्यस्त हैं।
टांडा अस्पताल में नही मिल रहा कोविड मरीजों को सही उपचार

पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार द्वारा अपना उपचार टांडा के बजाए निजी अस्पताल चंडीगढ़ में करवाने के बाद आम जनता का भरोसा टांडा अस्पताल से उठने लगा है। उन्होंने कहा निजी अस्पतालों में लाखों रुपए के मेडिकल बिल की वसूली के बाबजूद चिकित्सा सुविधाएं ना मिलने, जिसकी शिकायत सीएम और जिला प्रशासन से भी की गई है कि जांच करवाने की मांग भी की। काजल ने कहा स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर कथित लूट की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। कांग्रेस पार्टी कांगडा में इन निजी चिकित्सालयों के विरूद्ध अभियान चलाकर इनका पर्दाफाश करेगी।

मौत के आंकड़ों को छिपाकर जनता को कर रहे गुमराह

काजल ने कहा यह गंभीर विषय है कि प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग अब जिला कांगड़ा में कोरोना संक्रमित रोगियों की मौत के आंकड़ों को छिपाकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। आए दिन बढ़ रहे मौत के आंकड़े स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल इंगित कर रहे है। सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती संक्रमित रोगियों की कोई जानकारी उनके तीमारदारों साथ सांझा नहीं की जा रही है। टांडा का कोविड अस्पताल रोगियों के लिए मरण स्थली बनकर रह गया है। मौजूदा सरकार ने यहां से विशेषज्ञ चिकित्सकों के तबादले कर कांगडा की जनता को राम भरोसे छोड़ दिया है।

सभी व्यापारियों को दुकानें खोलने का कुछ समय सरकार

काजल ने प्रदेश सरकार द्वारा लगाए लॉकडाउन को महज ढकोसला करार देते हुए कहा बेहतर होता कि सभी व्यापारियों को दुकानें खोलने के लिए कुछ समय दिया जाना चाहिए । उन्होंने कहा पिक एंड चूस नीति के आधार पर 18 वर्ष की आयु के ऊपर के युवाओं को वैक्सीनेशन की रिजर्वेशन दी जा रही है। वैक्सीन के लिए अस्पतालों में लंबी लंबी कतारों से कांगडा विधानसभा क्षेत्र में संक्रमण तेजी से फैल रहा है।

काजल ने प्रदेश सरकार से कांगडा विधानसभा क्षेत्र में पीएचसी भवनों को करोना रोगियों के आइसोलेशन, वैक्सिनेशन सेंटर बनाने, पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध करवाने की मांग भी की। काजल ने लॉक डॉउन दौरान प्रभाभित छोटे व्यापारियों, निजी बस ऑपरेटरों, थ्री व्हीलर संचालकों और बेरोजगारों, को विशेष आर्थिक सहायता मुहैया करवाने की मांग भी रखी। उन्होंने हैरानी जताई कि टांडा में जान को जोखिम में डालकर करोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करने वाले सफाई कर्मियों को 6 हजार रुपए प्रति शव तो कांगडा नगर परिषद तीन हजार रुपए का भुगतान सफाई कर्मियों को संस्कार करने का दे रहा है। काजल ने न्हों कांगडा विधानसभा क्षेत्र की जनता से सतर्क रहने और किसी भी आपदा दौरान मटोर में उनके द्वारा बनाए करोना हेल्पलाइन सेंटर में संपर्क करने की अपील की।