वृद्धा की मौत, काेराेना नियमाें से किया संस्कार

एमसी शर्मा। नादौन

नादौन के साथ लगती भरमोटी पंचायत में एक वृद्धा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वृद्धा का अंतिम संस्कार कोविड नियमों के तहत किया गया है। मामला इसलिए भी गंभीर है। क्योंकि 26 अप्रैल को वृद्धा रैपिड टेस्ट में संक्रमित पाई गई थी, जिसके कारण उसे नादौन से हमीरपुर रेफर कर दिया गया था, परंतु 29 तारीख को वृद्धा को वापस घर भेज दिया गया और रविवार को वृद्धा की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि उन्हें बताया गया कि वृद्धा अब ठीक है।

इसलिए उसे वापस भेजा गया है। हालांकि इसी दौरान वृद्धि के परिवार के दो और लोग संक्रमित पाए गए हैं। अब हैरानी जताई जा रही है कि यदि रैपिड टेस्ट में 70 वर्षीय वृद्धा संक्रमित पाई गई थी, तो वह 3 दिन में ही ठीक कैसे हो गई, जिसे 3 दिन बाद ही घर भेज दिया गया।  दूसरी महत्वपूर्ण बात परिजनों ने बताई की वृद्धा कुछ समय पूर्व
ही दिल्ली से लौटी थी और उन्हें सांस में दिक्कत होने के कारण ही नादौन अस्पताल लाया गया था, जहां वह संक्रमित पाई गई।

वहीं, परिजनों ने बताया कि रविवार को जब महिला की तबीयत बिगड़ी, तो आशा वर्कर व मुख्य सेवक को इसकी जानकारी दी गई थी, परंतु उन्हें फील्ड स्टाफ द्वारा सहयोग न मिला। पंचायत प्रधान निशा कुमारी ने बताया कि कोविड नियमों के तहत महिला का अंतिम संस्कार किया गया है। वहीं, विभाग के मुख्य सेवक ने पुष्टि करते हुए बताया कि वृद्धा नादौन अस्पताल में लिए सैंपल में संक्रमित पाई गई थी, जिसके कारण उसे हमीरपुर भेजा गया था। उन्होंने कहा कि रविवार को परिजनों ने वृद्धा की गंभीर स्थिति बारे जानकारी नहीं दी।