आम मरीजों को मिलेगी राहत, बड़े अस्पतालों में शुरू होगी ओपीडी

प्रदेश में कोरोना के मामले कम होने पर सरकार ने शुरू की तैयारी

उज्जवल हिमाचल। शिमला

कोरोना के चलते आम बीमारियों से ग्रस्ति लोगों को इलाज नहीं मिल रहा है। इसके अलावा उन्हें कई पाबंदियों को सामना करना पड़ रहा है। इस देखते हुए प्रदेश सरकार हिमाचल के बड़े अस्पतालों में ओपीडी शुरू करने की तैयारी में है। इसे लेकर सरकार ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक और सीएमओ से फीडबैक मांग लिया है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश के कई अस्पतालों में ओपीडी बंद कर दी थी। आईजीएमसी में मेडिसन ओपीडी बंद थी। रिपन अस्पताल में भी कोरोना के अलावा अन्य मरीजों का उपचार नहीं हो रहा है। अब हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी आई है। प्रदेश में अब 1 हजार एक्टिव मामले रह गए है।

इसके साथ ही हिमाचल में कोरोना से डेथ रेट भी 0.4 रह गया है। 96 फीसदी के हिसाब से कोरोना के मरीज ठीक हो रहे हैं। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल अफसरों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में भले ही कोरोना के मामलों में कमी आ रही हो लेकिन, सैंपल की संख्या में कमी नहीं आनी चाहिए। प्रतिदिन 8 हजार से अधिक सैंपल लेने को कहा है। हिमाचल प्रदेश में एक केंद्र से दूसरे कोविड वैक्सीन सेंटर की दूरी 15 से 20 किलोमीटर की रहेगी। स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, जिला चिकित्सा अधिकारियों को जगह चयनित करने के निर्देश दिए हैं। सभी वैक्सीन सेंटर एक दूसरे से जुड़े होंगे। विभाग ने पहले दिन वैक्सीन लगाने वाले 90 हजार के करीब लोगों की सूची तैयार कर दी है। इसमें डॉक्टर, नर्स, वेक्सीनेटर और पैरामेडिकल स्टाफ शामिल है। हिमाचल में 350 वैक्सीन बनने प्रस्तावित है।