95 प्राथमिक स्कूलों में स्कूल स्तर पर शिक्षा संवाद कार्यक्रम का आयोजन

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

शिक्षा खंड कांगड़ा के 95 प्राथमिक स्कूलों में स्कूल स्तर पर गुरुवार काे शिक्षा संवाद का आयोजन किया गया। स्कूल स्तरीय शिक्षा संवाद में विद्यालय प्रशासन के साथ-साथ बच्चों के अभिभावकों ने बढ़-चढ़कर के भाग लिया। शिक्षा संवाद के बारे में बीआरसीसी प्राथमिक खंड कांगड़ा सुशील कुमार सिहोतरा ने बताया कि शिक्षा संवाद में विभिन्न क्रियाकलापों पर मंथन किया गया, जिसमें हर घर पाठशाला के अंतर्गत बच्चों को जो ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है, उसको ओर भी किस प्रकार से प्रभावी बनाया जाए, पठन-पाठन प्रक्रिया के दौरान अध्यापक बच्चों में जो लर्निंग गैप्स ढूंढते हैं, उनको बच्चों के अभिभावकों के साथ बात करके कैसे दूर किया जाए, विचार-विमर्श किया गया। इसके साथ-साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के बारे में भी स्कूल प्रशासन ने बच्चों के अभिभावकों को विस्तृत जानकारी दी।

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हिमाचल प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा जो विभिन्न प्रकार की योजनाएं बच्चों के लिए चलाई जा रही हैं, उनकी जानकारी भी बच्चों के अभिभावकों को दी गई। परीक्षाओं के द्वारा बच्चों का मूल्यांकन है किस प्रकार से किया जाता है। इसके बारे में विचार-विमर्श शिक्षा संवाद में किया गया। यह भी बताया गया कि बच्चों का परीक्षा परिणाम अब ई- संवाद ऐप के माध्यम से ऑनलाइन किया जाता है। साथ में बच्चों को वार्षिक परीक्षा परिणाम के रिपोर्ट कार्ड भी प्रदान किए जाते हैं। नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत अब प्राथमिक स्तर पर पूर्व में जैसे कक्षा पांचवीं की परीक्षा हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड लेता था, अब कक्षा तीसरी की परीक्षा भी हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड लेगा।

अब हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग के आदेश अनुसार बच्चों की अटेंडेंस ऑनलाइन ई-संवाद ऐप के माध्यम से लगनी शुरू हो गई है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भारत सरकार ने फिट इंडिया मूवमेंट कार्यक्रम आरंभ किया है। इसमें भी बच्चों को जोड़ा गया है, जिसमें बच्चों को ऑनलाइन योगासन के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के क्रियाकलाप सिखाए जाते हैं, विद्यालय प्रशासन ने बच्चों के अभिभावकों से बच्चों को इस प्रकार के विभिन्न क्रियाकलापों में बढ़-चढ़कर भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया। विद्यालय प्रशासन ने बच्चों के अभिभावकों के साथ काेरोनाकाल में बच्चों को किस प्रकार से सुरक्षित रखना है। इसके बारे में भी विचार-विमर्श किया गया।