अगले चुनाव में नई पार्टी के संग उतरेंगे चुनाव में, चुनाव आयोग में आवेदन

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। चंडीगढ़

कैप्टन अपनी उपलब्धियां बताई हैं। उन्‍होंने कहा कि मुख्‍यमंंत्री के रूप में अपने वादे पूरे किए। पंजाब की सुरक्षा से अभी समझौता नहीं किया। उन्‍होंने कहा कि मैं करीब साढ़े नौ साल पंजाब का मुख्‍यमंत्री और गृहमंत्री रहा, इसलिए राज्‍य के सुरक्षा के खतरों व चिंताओं से अवगत हूं। इस बारे में समय-समय पर केंद्र को भी बताता रहा। पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की प्रेस कांन्‍फ्रेंस शुरू हाे गई है। उन्‍होंंने अपनी नई पार्टी के गठन का एलान किया, लेकिन कहा कि नाम और चुनाव चिह्न के बारे में बाद में बताएंगे। इसके लिए चुनाव आयोग में आवेदन कर किया है और मेरे वकील इस मामले को देख रहे हैं।

उन्‍होंने कहा कि मैंने हमेशा सैनिक के तरह काम किया। मैं सीएम के रूप में किए गए अपने कार्यों के बारे में पूरा हिसाब दूंगा। उन्‍होंने कहा कि मेरे लिए पंंजाब सुरक्षा और हित सबसे सर्वोपरि है। ड्रोन से ड्रग और हथियारों की तस्‍करी हो रही है। ड्रोन के रेंज में लगातार वृद्धि हो रही है और इससे पंजाब की सुरक्षा को खतरा है। सुरक्षा मामले पर किसी तरह की सियासत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्‍यमंत्री के रूप में अपने किए गए काम का एक मेनिफेस्टो भी तैयार किया है। थोड़ी देर में अपने अगले सियासी कदम का एलान करेंगे।

कैप्‍टन थोड़ी देर बाद मीडिया से रू-ब-रू होंगे और संभावना है कि वह अपनी नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। इसको लेकर सुबह से पंजाब खासकर चंडीगढ़ में राजनीतिक हलचल तेज है। कैप्‍टन अमरिंदर सिंह आज अपनी पार्टी की घोषणा करते हैं या नहीं इसको लेकर चर्चाएं चल रही हैं। पूर्व मुख्‍यमंत्री कै. अमरिंदर पंजाब की सियासत में आज नया दांंव खेलेंगे और इससे राज्‍य में नया समीकरण सामने आ सकता है। बताया जाता है कि कैप्‍टन ने आज सुबह भी अपने करीबी नेताओं और समर्थकों के साथ विचार-विमर्श किया है। उनके साथ राज्‍य के कुछ पुराने नेता भी आ सकते हैं। जानकारी के अनुसार, कैप्‍टन की नई पार्टी के नाम में कांग्रेस शब्‍द जरूर होगा। उनकी रणनीति राज्‍य में कांग्रेस की जगह खुद की पार्टी को लाना होगा।

बता दें कि कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने पिछले दिनों अपनी अलग पार्टी बनाने की बात कही थी। इसके साथ ही उन्‍होंने भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल से अलग हुए गुटों के साथ गठबंधन करने की बात कही थी। भाजपा से गठजोड़ के लिए उन्‍होंने क‍ृषि कानून के मामले की हल और किसान आंदोलन की समाप्ति की शर्त भी रखी थी। मुख्‍यमंत्री पद से इस्‍तीफा देने के बाद कैप्‍टन ने दिल्‍ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।

वह राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मिले थे। चर्चा है कि कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की पार्टी में उनकी पत्‍नी सांसद परनीत कौर सहित कुछ सांसद व कई विधायक और पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री आज शामिल हो सकते हैं। वैसे विधायक और सांसद अभी इंतजार भी कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि अपनी पार्टी की घोषणा के बाद वह केंद्रीय कृृषि कानूनों और किसान आंदोलन की समाप्ति के लिए सक्रय होंगे।