प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों का छलका सब्र, अपनाएंगे आंदोलन का मार्ग

चैन सिंह गुलेरिया। जवाली

हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ जिलाध्यक्ष अंजना देवी व सचिव किशोरी लाल की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों की मांगों पर चर्चा की गई। अंजना देवी व किशोरी लाल ने कहा कि आजतक 20 हजार लाइब्रेरियन प्रशिक्षण के उपरांत रोजगार की आस में बैठे हैं। प्रशिक्षण करने 20 साल बाद भी लाइब्रेरियन बेरोजगार बैठे हैं, लेकिन सरकार का ओस वर्गब की तरफ कोई ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में स्कूलों में 1123 पद लाइब्रेरियनों के रिक्त चल रहे हैं। लाइब्रेरियनों के पद रिक्त होने से लाइब्रेरियों में पड़ी किताबें धूल फांक रही हैं।

उन्होंने कहा कि मार्च 2021 में प्रदेश की सरकार ने स्कूलों में 771 पद लाइब्रेरियनों के भरने की बात कही थी, लेकिन आजतक इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि अभी भी सरकार लाइब्रेरियनों को प्रशिक्षण करवा रही है, लेकिन अगर रोजगार ही नहीं देना है, तो प्रशिक्षण करवाने का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि कई प्रशिक्षित लाइब्रेरियन तो आयु सीमा को पार कर चुके हैं और कई आयु पार करने की कगार पर हैं। अंजना देवी व किशोरी लाल ने कहा कि बैंकों से कर्ज लेकर प्रशिक्षण किया था, लेकिन रोजगार न मिलने के कारण बैंक का कर्ज नहीं चुका पाए।

अधिकतर लाइब्रेरियन तो दिहाड़ी लगाकर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एक माह के भीतर लाइब्रेरियनों के रिक्त पदों को भरे अन्यथा आंदोलन का मार्ग अपनाया जाएगा। इस मौके पर जिला सलाहकार वीरेंद्र खीरी, संजय धीमान, दीपक धीमान, रिंकू गुलेरिया, महेंद्र मन्हास, ममता चौधरी, सुरेखा धीमान, संजय, बेद व बिटू इत्यादि मौजूद रहे।