खैर कटान मामला- जड़ से उखाड़ कर भी ठिकाने लगाए दर्जनों पेड़

एस के शर्मा । हमीरपुर

वन परिक्षेत्र बिझड़ी के अंतर्गत आने वाले खारल जंगल में सामने आए अवैध खैर कटान मामले में नया खुलासा हुआ है। यहां पर न केवल दर्जनों पेड़ों पर लॉकडाउन के दौरान कुल्हाड़ी चली है बल्कि भारी तादाद में पेड़ों को जड़ों से उखाड़कर ठिकाने लगा दिया है। वन माफिया की हिमाकत ऐसी कि खारल के डीपीएफ एरिया में लॉकडाउन के दौरान ही अनगिनत पेड़ों को अवैध रूप से काटकर लाखों रुपये कमाए। मौके पर खैर के कटे हुए पेड़ों के ठूंठ मौजूद हैं। इसके अलावा भारी संख्या में ऐसे दर्जनों पेड़ थे जिनको जड़ समेत उखाड़ कर खुर्द-बुर्द कर डाला है। जिनके साक्ष्य बड़े-बड़े गड्ढों के रूप में जंगल में मौजूद हैं।खैर के इस अवैध कटान की क्षेत्र के कुछ लोगों द्वारा विभाग को की गई शिकायत के आधार पर विभाग के अतिरिक्त वन संरक्षक ने खारल जंगल के कुछ भाग का मुआयना करके मौके पर 26 खैर के पेड़ों के कटे होने की पुष्टि की तथा इनमें से 21 पेड़ों की पांच लोगों के नाम डैमेज रिपोर्ट काटी गई है। जांच के दौरान खैर के पेड़ों के ठूंठ पर नंबर अंकित किए गए हैं, लेकिन जंगल में ऐसे अनगिनत पेड़ हैं जिनमें नंबर नहीं हैं और इनकी संख्या भी विभाग की गिनती में पाए गए 26 पेड़ों से कई गुना अधिक है। जबकि शिकायत में भी 200 पेड़ कटे होने का दावा किया गया था। मौके पर जो खैर के पेड़ जड़ से उखाड़े गए हैं विभाग ने उनको गिनती में नहीं लिया है।

वन परिक्षेत्राधिकारी बिझड़ी अंकुश ठाकुर का कहना है कि खैर कटान का मामला बहुत ही गंभीर विषय है। विभाग गहनता से जांच में जुटा है। इस मामले में उन्होंने दावा जताया कि पर्दे के पीछे संलिप्त लोगों का भी पर्दाफाश होगा।