पीएम मोदी ने किया गोबर धन प्लांट का लोकार्पण, दो साल में 75 और शहरों में लगेंगे बायो सीएनजी प्लांट

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इंदौर में बने एशिया के सबसे बड़े गोबर धन प्लांट का वर्चुअली लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कई बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि यह प्लांट दूसरे शहरों को प्रेरणा देगा। अगले दो साल में 75 बड़े शहरों में इस प्रकार के बायो सीएनजी प्लांट बनाए जाएंगे। यह अभियान भारत के शहरों को स्वच्छ बनानेए प्रदूषण रहित बनाने, क्लीन एनर्जी की दिशा में बहुत मदद करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअली ही इस बायो सीएनजी प्लांट के लोकार्पण में भाग लिया।

उन्होंने कहा कि गोबर धन बायो सीएनजी प्लांट से इंदौर को प्रतिदिन 17 से 18 हजार किलो बायो सीएनजी प्लांट मिलेगी तो इससे प्रदूषण कम होगा। इस प्लांट में जो जैविक खाद बनेगीए उससे हमारी धरती मां को भी नया जीवन मिलेगा। हमारी धरती का कायाकल्प होगा। एक अनुमान है कि इस प्लांट में जो सीएनजी बनेगीए उससे इंदौर शहर में हर रोज करीब.करीब 400 बसें चलाई जा सकेंगी। इस प्लांट से सैकड़ों युवाओं को किसी न किसी रूप से रोजगार भी मिलने वाला है। यह ग्रीन जॉब्स बढ़ाने में भी मददगार होगा।

इंदौर की सफाई देखने आते हैं लोग
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 की तुलना में शहरी कूड़े के निसरण की क्षमता चार गुना तक बढ़ चुकी है। सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति दिलाने के लिए 1600 से अधिक निकायों में मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी भी तैयार हो रही है। स्चव्छ होते शहर से नई संभावना जन्म लेती है। जब शहर स्वच्छ होंगे, तो दूसरी जगह से लोगों को आने का मन करेगा। कितने ही लोग तो केवल यह देखने इंदौर आते हैं कि यहां सफाई में क्या काम हुआ है।

जहां स्वच्छता होती है, पर्यटन होता है। पूरी नई अर्थव्यवस्था चल पड़ती है। हाल ही में इंदौर ने वाटर प्लस होने की उपलब्धि हासिल की है। यह अन्य शहरों को दिशा देने का काम करेगा। जहां जल स्रोत साफ होते हैं। नाले का गंदा पानी उनमें नहीं गिरताए तो एक अलग ही जीवंत ऊर्जा उस शहर में आ जाती है। सरकार का प्रयास है कि भारत के ज्यादा से ज्यादा शहर वाटर प्लस बने। इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण पर जोर दिया जा रहा है। एक लाख से कम आबादी वाले नगर निकायों में गंदे पानी के ट्रीटमेंट की सुविधाएं बढ़ाई जा रही है।