SP व RLD के नेताओं का हंगामा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

हाथरस के बूलगढ़ी गांव की मृत युवती के परिवारीजन से मिलने के लिए राजनीतिक दलों के पांच नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को मिलने की अनुमति का निर्देश अब जिला व पुलिस प्रशासन पर भारी पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी तथा राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ आए कार्यकर्ताओं ने यहां जमकर हंगामा दिया। इनके पथराव करने के बाद पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा है। इसी बीच भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर भी समर्थकों के साथ गांव की ओर बढ़ रहे हैं। गांव में इन दलों के बीच टकराव की स्थिति को देखते हुए अब अतिरिकत बल की मांग भी की गई है। इससे पहले आरएलडी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ गांव बूलगढ़ी पहुंचे, यहां कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई।

पीड़ित परिवार से मिलने बूलगढ़ी गांव जाने के लिए सपा नेता पुलिस से भिड़ गए। सपा नेताओ ने पुलिस पर धूल और ईंटें फेंकी। इस पर पुलिस ने उन्हें लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। सपाई और पुलिसकर्मियों के बीच यह क्रम चार बार चला। सपाई गांव के बाहर धरने पर बैठ गए हैँ। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम के नेतृत्व में सपा का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने आया था। उनके साथ जाने से अन्य पार्टीजनों को रोकने पर टकराव की स्थिति बनी। प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार से मिलकर लौट गया है।

हाथरस के गांव बूलगढ़ी में सपा व आरएलडी कार्यकर्ताओं ने बेरीकेडिंंग तोड़ दी और पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने लाठी चार्ज किया। पुलिस ने पथराव करने वाले समाजवादी पार्टी के नेताओं को दौड़ाया भी है। इनके पथराव करने से सीओ आनंद कुमार के साथ अन्य कई पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए हैं। समाजवादी पार्टी के साथ ही राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं के बैरिकेडिंग को तोडऩे के बाद नारेबाजी करते हुए गांव में घुसने के प्रयास से दौरान पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। इसी बीच भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी कोतवाली चौराहे पर पहुंचे हैं। इन सभी से एसपी विनीत जायसवाल वार्ता कर रहे हैं।

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद का वाहन काफिला हाथरस पहुंच गया। काफिला मृतक युवती के घर बूलगढ़ी जाएगा। इसको सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गांव के बाहर व अन्य जगहों पर वाहनों को रोकने के लिए आढ़े तिरछे वाहन खड़े कर दिए गए हैं। जयंत चौधरी ने कहा घटना के लिए सरकार और उसके प्रतिनिधि जिम्मेदार है। पीड़ित परिवार भयभीत है। कल हम राष्ट्रीय महिला आयोग से मिलेंगे। परिवार न्याय चाहता है। प्रदेश व देश में कानून व्यवस्था खराब है। महिला अपराध बढ़े है। एक अजीब सा माहौल पैदा कर दिया है।