अवैध काराेबार में संलिप्तत पाए गए पुलिस कर्मियाें की जा सकती है नाैकरी : एसपी

सुरिंद्र जम्वाल। बिलासपुर

पुलिस ने अवैध नशे के कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए विशेष अभियान चला रखा है। इस बात की भी सतर्कता बरती जा रही है कि किसी पुलिस कर्मी की अवैध नशे के कारोबारियों के साथ कोई मिलीभगत न हो। यदि किसी पुलिस कर्मी की थोड़ी से भी संलिप्तता मिली, तो उसे सीधे नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। यह उद्गार वीरवार को पत्रकार वार्ता करते हुए एसपी बिलासपुर एसआर राणा ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि गत एक माह में जिला के विभिन्न पुलिस थानों में एनडीपीएस एक्ट के तहत 20 केस दर्ज किए गए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 50 प्रतिशत केस केवल हैरोइन (चिट्टे) के अवैध व्यापार के ही हैं।

इन केसों ने एक बात और स्पष्ट की है कि सिर्फ शहरी क्षेत्र में ही पैर पसारने वाला माना जा रहा चिट्टा अब गांव में भी अपनी पैठ बना चुका है। क्योंकि दर्ज किए गए चिट्टे से संबंधित अधिकतर केस ग्रामीण क्षेत्रों से ही आए हैं। वहीं, एसपी ने बताया कि दुर्घटनाओं में मृत्युदर में कमी लाने के लिए बिलासपुर पुलिस ने पिछले एक माह से दोपहिया वाहन चालकों द्वारा हैल्मेट न पहने जाने पर जीरो टालरैंस की नीति अपनाई है, जिसके तहत एक माह में 720 चालान किए गए हैं। इसी की नतीजा है कि इस पूरे माह में बिना हैल्मेट के दुर्घटना में किसी भी मृत्यु की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है।

उन्होंने बताया कि जिला के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर भी नशे का इस्तेमाल न हो इसके लिए विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया व एक माह में किसी भी धर्म स्थल पर नशीले पदार्थों के दुरुपयोग का कोई मामला सामने नहीं आया है। जिला में अपराधों को रोकने के लिए व अपराधियों पर नजर रखने के लिए भी योजना बनाई गई है। यह तय किया गया है कि किसी भी मामले में यदि किसी व्यक्ति के खिलाफ दो से अधिक केस पुलिस के पास दर्ज होंगे, तो ऐसे लोग पुलिस के राडार पर रहेंगे और उन पर विशेष नजर रखी जाएगी।

एसपीएसआर राणा ने कहा कि यदि नशा सामाजिक समस्या है, कानून नशे को रोकने में मददगार तो है, लेकिन इस समस्या का यह शतप्रतिशत हल नहीं है। यह समस्या जनसहयोग के बिना दूर नहीं हो सकती। उन्होंने जिला के सभी लोगों से आह्वान किया कि वे नशे के खिलाफ पुलिस की मुहिम में अपना सहयोग दें। अवैध नशे का सामान बेचने वाले या खरीदने वाले की कोई भी जानकारी यदि किसी के पास भी हो तो उसे तुरंत पुलिस को दें।