पैसों से भरा पर्स भी ना डोल सका परिचालक राजेन्द्र कुमार का ईमान

मंडी के हिमाचल पथ परिवहन निगम धर्मपुर डिपो में कार्यरत हैं राजेन्द्र कुमार

उज्जवल हिमाचल। भांवला

आज के दौर में छीना-झपटी,चोरी-डकैती, बेईमानी, धोखा तो आम हो गई है। वर्तमान में जहां कोई किसी का भरोसा नहीं करता, एक–एक रुपए के लिए भी लोगों का ईमान डगमगा जाता है। जहां ईमानदारी की चमक फीकी पड़ती जा रही है । वहीं एचआरटीसी के धर्मपुर डिपो में कार्यरत परिचालक राजेन्द्र कुमार निवासी छातर डाकघर नरोला ने रुपयों से भरा पर्स उसके मालिक को लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मंडी के खुडला निवासी रूप लाल गत दिवस अपने किसी जरुरी काम के सिलसिले से शिमला गये हुए थे। जब वह शिमला से अपने घर खुडला वापिस लौट रहे थे तो बस में ही उनका पर्स गिर गया।

बस अपने निर्धारित रुट से अगले दिन धर्मपुर से जम्मू को चली गई। जम्मू पहुंचने पर बस के परिचालक को बस में सीट के निचे पड़ा हुआ पर्स मिला तो उसने पर्स मालिक से सम्पर्क करना चाहा तो मोबाईल नंबर स्विच ऑफ आया। उसके बाद बस परिचालक अपने निर्धारित बस रूट पर डयूटी देता रहा। जब परिचालक छुट्टी पर अपने घर आया तो उसने पर्स मालिक को ढूंढ कर पैसों से भरा पर्स रूप लाल को लौटाया तो उसकी ख़ुशी का ठिकाना ना रहा। पर्स मालिक ने परिचालक राजेन्द्र कुमार को ईनाम के तौर पर पैसे देने चाहे परन्तु परिचालक ने पैसे लेने से साफ़ मना कर दिया।

धर्मपुर डिपो के क्षेत्रीय प्रवन्धक विनोद शर्मा ने कहा की परिचालक राजेन्द्र कुमार नें रुपयों से भरा पर्स उसके मालिक को लौटा कर इंशानियत और इमानदारी का परिचय देकर बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। ऐसे ईमानदार कर्मचारियों की वजह से आज फिर एचआरटीसी का मान बढ़ा है। उनके इस सराहनीय कार्य के लिए एचआरटीसी का धर्मपुर डिपो परिचालक राजेन्द्र कुमार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मनित करेगा।

संवाददाताः नरेश कुमार

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