विशेष आवरण के रिलीज होने पर मेनरी मठ ओच्छघाट की लहर

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। साेलन

डाक विभाग की ओर से हिमाचल प्रदेश परिमंडल, शिमला द्वारा आयोजित पहली राज्य स्तरीय आभासी फिलेट्ली डाक टिकट प्रदर्शनी हिम्पेक्स-2020 के अंतर्गत स्टाम्पडिजाईन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें हिमाचल प्रदेश व पंजाब राज्य के लगभग 354 प्रतिभागियों ने वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। तदुपरांत माननीय चीफ पोस्टमॉस्टर जनरल हिमाचल प्रदेश द्वारा मेनरी मठ धोलांजी ओच्छ्घाट के विशेष आवरण को रिलीज किया गया। इसको लेकर सोलन जिला सहित धर्मशाला बॉन मठ में ख़ुशी की लहर है।

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में धौलांजी (ओच्छघाट ) स्थित मेनरी मठ की स्थापना, परम पावन 33वें मेनरी ट्रीजिन लुडतोग तेनपई नीमा रिनपोछे ने 1970 में प्राचीन ज़ड-ज़ुड एवं तिब्बती परंपरा और युंगद्रंग बॉन की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए की थी। इस समय परम पावन 34वें लुडतोग दवाधरगी रिंपोचे युंगद्रंग बॉन परम्परा के सर्वोच्च गुरु हैं।

बात करते हुए मंडल अधीक्षक हेम शंकर शर्मा ने बताया की इस प्रदर्शनी के दौरान मेनरी मठ धोलांजी ओच्छ्घाट के विशेष आवरण को रिलीड किया गया। उन्होंने बताया कि इस से मेनरी मठ धोलांजी ओच्छ्घाट के बारे में लोगों को पता चलेगा। उन्होंने विभाग द्वारा चलाई जा रही विभन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों को बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की।

वहीं, मेनरी मठ धोलांजी ओच्छ्घाट के संयोजक ने बताया कि तिब्बती परंपरा और युंगद्रंग बॉन की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए इस मठ को 1970 में बनाया गया था। उन्होंने कहा की इस आवरण के रिलीज होने से मेनरी मठ धोलांजी की ख्याति इस देश ही नहीं अपितु पुरे विश्व में फैलेगी।