मटमेला पानी पीने को मजबूर क्षेत्रवासी : तिलक राज

कार्तिक। बैजनाथ

पूर्व जिला परिषद सदस्य एवं लोकसेवा मंच के संयोजक तिलक राज ने कहा कि बैजनाथ विधानसभा में लगभग 25-30 वर्षों से लोगों को पानी की किल्लत दिन-प्रतिदिन चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। बैजनाथ में कोई भी ऐसी योजना कुछ एक योजनाओं को छोड़कर पूर्व और वर्तमान विधानसभा के शीर्ष नेतृत्व में नहीं बनाई, जिससे कारण जनता को आज दूषित पानी पीने के लिए बाधित होना पड़ रहा है।

जनता इस बात को लेकर हैरान है की यदि शासन व प्रशासन मूलभूत सुविधाओं को जनता को उपलब्ध करवाने में असमर्थ है, तो नेतृत्व किस प्रकार का और किस लिए किया जा रहा है। बैजनाथ विधानसभा में आज हजारों करनाल भूमि शासन व प्रशासन की नाकामियों के कारण बंजर पड़ी हुई है करोड़ों रुपया कूहलों के नाम पर न जाने किस को लाभ पहुंचाने के लिए आवंटित किया गया। उन्होंने कहा कि चरणामती कुहल, लोयर बैजनाथ कुहल के लिए करोड़ों रुपए का बजट जुडूल कुल के लिए जो पपरोला से बहती है, उसके लिए करोड़ों रुपए का बजट।

बजट का प्रावधान तो सरकार ने कर दिया और उसे कागजों में खर्च भी कर दिया शासन और प्रशासन की इतनी ही जिम्मेदारी होती है कि पैसा सरकार आवंटित करें और प्रशासन उसे कागजों में खर्च करें और जनता पानी के लिए त्राहि-त्राहि करती रहे। आज प्रशासन की और शासन की नाकामियों के कारण सुनपुर पंचायत के लिए जो पानी की स्कीम बनाई गई थी, वह योजना फेल हो चुकी है।

क्योंकि उस पर जो मापदंड अपनाए गए थे, वह उस स्थिति के अनुकूल नहीं है और अब पानी वहां से नहीं आएगा। अब अतिरिक्त खर्च इस योजना के लिए किया जाएगा, तभी अन्य स्थान से पानी लाया जाएगा, तो यह अतिरिक्त खर्च किसके हिस्से में आएगा, जनता के या शासन व प्रशासन की नाकामियों से हुआ है उनके हिस्से में। क्योंकि जनता यदि कोई गलती करती है, तो सजा भी उसी को ही मिलती है, तो यदि शासन व प्रशासन गलती करें, तो सजा उनको नहीं मिलनी चाहिए, यहां तो उल्टी गंगा बहती है। यदि गलत हुआ, तो भी जनता के सिर पर, सही हुआ तो प्रशासन और शासन की कामयाबी।

तिलक राज ने कहा कि आज बैजनाथ की लगभग 80 प्रतिशत जनता दूषित पानी पी रही है, जिसमें सबसे ज्यादा पपरोला क्षेत्र के लोग हैं, जो हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि पीने का पानी इस क्षेत्र में दूषित आता है। इन लोगों की समस्या कब हल होगी तिलक राज ने वर्तमान सरकार से बैजनाथ विधानसभा के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई है की आज तक बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई के लिए और पीने के पानी के लिए जितनी भी योजनाएं बनी है। उनका निरीक्षण किया जाए और उन पर जो धन राशि खर्च हुई है, उसका भी मूल्यांकन किया जाए और जनता को बताया जाए कि जनता के साथ यह जो अन्याय हुआ है, उसका जिम्मेदार कौन है।