नहीं रहे सेवानिवृत्त कैप्टन ओंकार सिंह

अरुण पठानिया। रैहन

सेना मैडल से सम्मानित 11 जैक राइफल से सेवानिवृत्त कैप्टन ओंकार सिंह उम्र 77 वर्ष निवासी सुतराहड़ का बीमारी के चलते निधन हो गया। मिलनसार व्यक्तित्व के मालिक सेवानिवृत कैप्टन ओंकार सिंह ने भारतीय सेना में 32 वर्ष तक अपनी सेवाएं दीं।इस दौरान उन्होंने अपने देश की तरफ से चीन व पाकिस्तान के खिलाफ 1962, 1965 व 1971 की लड़ाई में हिस्सा लेकर अपने पराक्रम से दुश्मनों को नाकों चने चवाने पर मजबूर किया।

उनकी अंतिम यात्रा में सेना से सेवानिवृत्त जवानों व क्षेत्र के गण्यमान्य लोगों ने हिस्सा लेकर उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। 15 डोगरा रेजिमेंट से सेवानिवृत्त कैप्टन दलजीत सिंह, सूबेदार मेजर बलवीर सिंह, सूबेदार मेजर जगदेव सिंह, कैप्टन सुरिन्द्र सिंह, कोर ऑफ इंटेलिजेंस के हव.कुलदीप सिंह ने श्मशान घाट पर उन्हें सलामी दी। उनके बड़े बेटे सुरजीत कुमार ने अपने पिता की चिता को मोक्षधाम सुतराहड़ में मुखाग्नि दी।

मणिमहेश सेवादल राजा का तालाब के वरिष्ठ सदस्य राम नाथ शर्मा, योगेश चौधरी, शाम सुंदर शर्मा, रविन्द्र कुमार, वीरेंद्र कुमार, विक्रम शर्मा, अरविंद शर्मा, अनिल शर्मा, डॉ जतिन्द्र गुप्ता व व्यापार मंडल सदस्य विकास भाटिया, अमन महाजन, जसदेव चंदेल, जसमेर चंदेल, विजय महाजन, कृष्ण पाल, अंकू हांडा, योगेश अवस्थी, सुरिन्द्र कुमार, चमन लाल, नीरव भाटिया, रोशन भाटिया, परमजीत पम्मी, रिंकू पठानिया, शम्मी कुमार, कर्म चन्द व बुधि सिंह सहित अन्य लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया।