ग्रामीण क्षेत्रों को सैनिटाइज करने में जुटा है हमीरपुर का बेटा

रविंद्र सिंह डोगरा ने अब तो 10 पंचायतों के 20 गांवों को किया सैनेटाइज

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। हमीरपुर

रविंद्र सिंह डोगरा भले ही एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष हैं लेकिन उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली से जनता के दिलों में नेता नहीं बल्कि बेटा होने की छवि बनाई है। इसी छवि का नतीजा है कि लोग अपने दुख-दर्द में डोगरा के पास बिना किसी झिझक के पहुंच जाते हैं और डोगरा भी उनकी हरसंभव मदद करते हैं। कोविड-19 की महामारी में भी डोगरा की जनसेवा अन्य नेताओं के मुकाबले बिल्कुल अलग है। कोरोना वॉयरस के चलते बमसन विकास खण्ड को सुरक्षित रखने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह डोगरा ने इलाके की दस पंचायतों के लगभग बीस गांव सैनेटाईज कर दिए हैं और इस काम को वह अपने बलबूते अकेले ही अंजाम दे रहे हैं। इसी के चलते उन्होंने ऊहल पंचायत के ग्राम त्याण व लढियार को सैनेटाईज किया और लोगों को सामाजिक दूरी तथा सरकारी दिशा निर्देशों की पालना करने के लिए समझाया। डोगरा ने लोगों को समझाया कि पूरी दुनिया एक अदृश्य दुश्मन से लड़ रही है इसलिए सभी का दायित्व है कि वह तय नियमों और मानकों का पालन करे।


ऊहल पंचायत हमीरपुर जिले की बमसन तहसील के अंतर्गत आती है। डोगरा ने बताया कि वह इस पंचायत के बाजार को पिछले एक माह से लगातार सैनेटाइज करते आ रहे हैं। डोगरा के मुताबिक क्षेत्रवासी बाजार में आते हैं और सार्वजनिक स्थलों में भीड़भाड़ होती है। इसमें बैंक और सरकारी अस्पताल भी शामिल हैं वहीं दुकानों में भी ग्रामीण प्रतिदिन आते हैं। इसलिए इन सार्वजनिक स्थलों की सैनिटाइजेशन बहुत आवश्यक है। वहीं इसी पंचायत के लोगों ने गांव को सैनेटाईज करने का आग्रह किया तो डोगरा ने अपना फ़र्ज निभाते हुए जनचेतना के संदेश के साथ दोनों गावों को सैनेटाईज किया।

रविंद्र सिंह डोगरा का कहना है कि वह जनसेवा के लिए सैनिटाइजेशन कर रहे हैं और अपने इस काम को वह आगे भी जारी रखेंगे। खासकर सार्वजनिक स्थलों को वह खुद सैनिटाइज करेंगे और जहां भी लोगों को जरूरत होगी वह सेवाएं और सहयोग देने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। डोगरा का कहना है यदि प्रत्येक पंचायत प्रतिनिधि व सदस्य युवा मंडल तथा महिला मंडल अपने-अपने स्तर पर अपने आस पास सैनेटाईजेशन का काम करना शुरू कर दें, तो दस दिनों में पूरा इलाका सैनेटाईज्ड हो जायेगा। यह प्रक्रिया प्रतिदिन चले तो कोरोना हमीरपुर जिले और हिमाचल प्रदेश में कभी पांव पसार नहीं पायेगा। डोगरा का कहना है कि इस काम में जिस भी पंचायत को दवा की जरूरत होगी उसे हमारे द्वारा यह दवा प्रदान की जाएगी।