भगवान की मर्जी से जसवां-परागपुर में जनसेवा कर रहा हूं: संजय पराशर

-कैप्टन संजय ने दोदू राजपूतां में आयोजित किया 19वां महायज्ञ

उज्जवल हिमाचल। रक्कड़

कैप्टन संजय ने कहा है कि ईश्वरीय कार्य भगवान की इच्छा से ही संपन्न होते हैं और आज अगर वह जसवां-परागपुर में आम जनता की सेवा में लगे हुए हैं ताे इसके पीछे भी भगवान की मर्जी व कृपा रही होगी। शनिवार को क्षेत्र की दोदू राजपूतां पंचायत के कुरियाल खेड़ा मंदिर में आयोजित 19वें महायज्ञ में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए पराशर ने कहा कि महायज्ञ के अनुष्ठान के पीछे भावना यही है कि क्षेत्र में सामाजिक समरसता, सद्भाव और भाईचारा बढ़े। इस महायज्ञ में दोदू राजपूतां और दोदू ब्राहाम्णा के एक सौ चालीस परिवारों ने हिस्सा लिया और हवनकु़ंड में आहुतियां डालीं।

संजय पराशर ने कहा कि सामाजिक सरोकारों को निभाने के संस्कार उन्हें बचपन से ही सनातन धर्म में मिले हैं। इन्हीं संस्कारों से उन्होंने मुंबई के स्थानीय वासियों की दिक्कतों को दूर करने के लिए प्रयास किए तो विदेश में फंसे हजारों नाविकों और भारतीयों की वतन वापसी के लिए भी काम किया है। जब कोरोनाकाल में वह अपने गृह क्षेत्र जसवां-परागपुर में पहुंचे तो उन्हें आभास हुआ कि यहां भी समाज को उनकी आवश्यकता है।

पराशर ने कहा कि कोराना की दूसरी लहर में जब हजारों जिंदगियां दांव पर थी, तो उन्होंने बिना समय गंवाए जिला कांगड़ा व ऊना में दवाईयां, मेडीकल उपकरण, पीपीई किट्स, ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर पहुंचाए। इसके बाद हालात सामान्य हुए तो उन्हें लगा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में बुजुर्ग अपनी बीमारियों से समझौता करते हैं। कहा कि विशेष रूप से बुजुर्गों को देखने व सुनने की समस्या पेश आती है।

इसके लिए उन्होंने मेडीकल कैंपों का आयोजन शुरू किया। संजय ने कहा कि अब तक एक सौ मेडीकल कैंप विभिन्न गांवो में लगाए जा चुके हैं। इसके बाद विद्यार्थियों को घर-द्वार पर फ्री कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर भी खोले गए हैं, जिनमें 2500 से अधिक विद्यार्थी व युवा शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। गरीब परिवारों के होनहारों बच्चों को स्कॅालरशिप, फीस, परिवहन सुविधा और विशेष कोचिंग भी दी जा रही है।

संजय ने कहा कि कोरोनाकाल में युवाओं की नौकरियां छूट रही थीं और वे बेरोजगार हो रहे थे तो ठीक उसी समय उन्होंने क्षेत्र में अपनी कंपनी के तीन कार्यालय खोले। मर्चेंट नेवी में रोजगार के साधनों का सृजन किया गया। अब तक 1294 युवाओं को रोजगार दिया जा चुका है। पराशर ने कहा कि उन्होंने नारी सशक्तीकरण व गरीबी उन्मूलन को लेकर भी काम किया है। निराश्रित महिलाओं को मासिक पेंशन प्रदान की जा रही है। संजय का कहना था कि अगर भगवान ने उन्हें जनसेवा करने कार्य सौंपा है तो वह भी बड़ी शिद्दत से इस सेवा का निर्वहन कर रहे हैं।

वहीं, वार्ड पंच रमेश कुमार ने कहा कि कोरोनाकाल में जब कुरियाल खेड़ा के शिव मंदिर का कार्य रूक गया था, तब पराशर ने अपनी तरफ से इस मंदिर के कार्य के लिए एक लाख रूपए की सहयोग राशि दी थी। कहा कि पराशर हर समय आम आदमी के हित में कार्य करने को तैयार रहते हैं।

पराशर ने रिड़ी कुठेड़ा में खोला फ्री कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर….

संजय पराशर ने जसवां-परागपुर क्षेत्र की रिड़ी कुठेड़ा पंचायत में फ्री कंप्यूटर व इंग्लिश लर्निंग सेंटर खोला। इस मौके पर संजय ने कहा कि शिक्षा की लौ से ही अज्ञान का अंधेरा मिटता है। कहा कि क्षेत्र की हर पंचायत में ऐसे केन्द्र खोले जा रहे हैं, जहां कंप्यूटर व अंग्रेजी के ज्ञान के अलावा विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करवाई जा रही है।

इस महायज्ञ में अजय कुमार, प्रमोद सिंह, पूर्व पंच राजेन्द्र सिंह, राज कुमार, राकेश, सुखराम, बिशन दास, रविन्द्र, दौलत राम, सुषमा, अलका, डिपंल, मधु वाला, कांता देवी, चंचला देवी, शिव कुमार तोषी धीमान, सुशील कुमार, हरनाम सिंह और सीता राम भी मौजूद रहे।