अगले एक माह में 23 मेडीकल कैंपों का आयोजन करेंगे संजय पराशर

मंगलवार से फिर शुरू हो रहा शिविर लगाने का मेराथन अभियान

उज्जवल हिमाचल । डाडासीबा

जसवां-परागपुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने को लेकर कैप्टन संजय लगातार काम कर रहे हैं। इस कड़ी में पराशर अगले एक महीने में 23 मेडकील कैंपों का आयोजन करने जा रहे हैं, जिसमें मंगलवार को अलोह और बुधवार को दोदू राजपूतां में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे।

दरअसल जसवां-परागपुर क्षेत्र को माेतियाबिंद मुक्त बनाने काे लेकर कैप्टन संजय पराशर ने पिछले वर्ष के फरवरी माह में मेडीकल कैंप लगाने की शुरूआत गांव स्वाणा से की थी। उसके बाद रिड़ी कुठेड़ा, रोड़ी-कोड़ी, बाड़ी, कड़ोआ, पपलोथर, शांतला, मनियाला, भनेड़़, अमरोह, हलेड़, सांडा, मगरू, समनोली, गंगोट, लग, जलेरा, पीरसलूही, कस्बा कोटला, घमरूर, स्यूल, कस्बा जागीर, नंगल चौक, रक्कड़, मूंही, जंबल, लग बलियाणा, सरड़ डाेगरी, डाडासीबा, लंडियाणा, बगली, चलाली, गुरनबाड़, मेहड़ा, गरली, सदवां, नारी, अपर बलवाल, दोदरा, तियामल, चौली और चपलाह में भी स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए।

इसके अलावा दो शिविर रोटरी आइ अस्पताल, परागपुर में भी करवाए गए। पराशर द्वारा आयोजित कुल 44 मेडीकल कैंपों में लाभार्थियों का आंकड़ा पैंतीस हजार से ज्यादा रहा है। घर-द्वार पर चिकित्सा शिविर लगने के बाद बुजुर्ग अपने गांव या आसपास के क्षेत्र में ही निशुल्क में चेकअप करवा रहे हैं तो उसी वक्त उन्हें चश्मा व दवाईयां भी उपलब्ध हो जाती हैं। इसके साथ ही मोतियाबिंद ऑपरेशन करवाने वाले मरीजों को अपने निवास स्थान से आने व जाने के लिए वाहन की निशुल्क सुविधा पराशर द्वारा प्रदान की ही जा रही है। साथ में दवाई, भोजन और ठहरने तक की व्यवस्था भी की जाती है।

इस सुविधा को मिलने का फायदा ग्रामीण क्षेत्रों के रोगी ज्यादा उठा रहे हैं। अगले एक महीने में टिप्परी, कटोह टिक्कर, भड़ोली जदीद, घाटी, कोलापुर, नाहन नगरोटा, नलसूहा, कूहना, न्याड़, उझे खासबठरा, बस्सी, सलेटी, गुरालधार और जंडौर गांवों में मेडीकल कैंप लगाए जाएंगे। अप्रैल के अंत तक पराशर कुल 67 मेडीकल कैंपाें का आयोजन करेंगे

इन शिविरों में आंखों की जांच के अलावा लाभार्थियों के कान चेक करवाने की सुविधा के अलावा बीपी, शुगर व ईसीजी के टेस्ट भी निशुल्क करवाए जाएंगे। के स्वास्थ्य शिविरों में आने वाली महिलाओं को सैनिटरी पैड्स का भी निशुल्क वितरण किया जाएगा। साथ में कैंप में आने वाले लाभार्थियों के लिए दोपहर के भोजन की भी व्यवस्था कैप्टन संजय के सौजन्य से होगी। बीडीसी सदस्य अनुज शर्मा का कहना था कि पराशर द्वारा लगाए जा रहे मेडीकल कैंपों से दूरदराज के बुजुर्ग व महिला मरीजों को सबसे ज्यादा फायदा मिल रहा है। सुदूर गांवों के मरीज आर्थिक व अन्य कारणों से अपनी आंखों व कानों का इलाज करवाने में असमर्थ हैं, उनके लिए पराशर के स्वास्थ्य शिविर किसी वरदान जैसे हैं। कहा कि क्षेत्र में सामजिक सरोकारों को निभाने में पराशर बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।

वहीं, कैप्टन संजय ने बताया कि जब तक जसवां-परागपुर क्षेत्र मोतियाबिंद मुक्त नहीं हो जाता, जब यह अभियान निरंतर चलता रहेगा। कहा कि मेडीकल कैंपों में स्थानीय जनता का अपार सहयोग, आशीर्वाद व समर्थन मिला है, जिसके लिए वह जसवां-परागपुर के वासियां के आभारी रहेंगे।