‘सर्व संकल्प कार्यक्रम’ जरूरतमंदों के बना संजीवनी

10600 सर्व स्वयंसेवी प्रदान कर रहे अपनी सेवाएं,356 लोग हुए लाभान्वित

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

कोरोना महामारी के इस संकटकाल में जिला मंडी प्रशासन की ‘सर्व-संकल्प’ टीम अपने नाम की भांति हर जरूरतमंद के लिए सहायता पहुंचाने के लिए सदैव तत्पर रही है। टीम द्वारा बल्ह उपमंडल की अति दुर्गम पंचायत छम्यार के कुटाहची गांव की कमला देवी को मानसिक रोग से ग्रस्त उनके बीमार पति व बेटे को घर पहुंच कर तीन माह की दवाइयां मुफ्त देकर उन्हें चिंता-मुक्त किया है।

हिमाचल सरकार और जिला प्रशासन की संवेदनशीलता से अभिभूत कमला देवी ने संकट की घड़ी में इस मदद के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि कठिन समय में सरकार से मिली यह सहायता उनके परिवार के लिए संजीवनी की तरह है। इसके लिए वे मुख्यमंत्री की धन्यवादी हैं। उनका कहना है कि सरकारी योजनाओं के लाभ घर द्वार पर मिलने से दुर्गम क्षेत्रों में ग्रामीणों के जीवन में नया भरोसा जगा है।

बता दें कि कोरोनाकाल में लोगों की सहुलियत के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देशों की अनुपालना में मंडी जिला प्रशासन ने वरिष्ठ नागरिकों व दिव्यांगजनों की सहायता और उन्हें घर द्वार पर दवाइयां मुहैया करवाने के लिए ‘सर्व-संकल्प’ कार्यक्रम आरंभ किया है। जिला रैडक्रॉस सोसायटी इसमें नोडल एजेंसी का काम कर रही है और अनेक लोग इस सेवा से लाभान्वित हो रहे हैं। वहीं, कमला देवी की बेटी रीना ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा जिला प्रशासन की मदद से जो सर्व संकल्प टीम गठित की गई है। इसके माध्यम से लोगों को दवाइयां पहुंचाई जा रही है। यह सरकार का सराहनीय कदम है और इसके लिए उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है।

‘सर्व’ स्वयंसेवियों की मदद से चलाया जा रहा कार्यक्रम
‘सर्व संकल्प’ टीम के द्वारा सर्व संकल्प कार्यक्रम के अंतर्गत जिला मंडी में अब तक 356 वरिष्ठ नागरिक व दिव्यांगजन लाभान्वित हुए हैं। इस कार्यक्रम को प्रशिक्षित ‘सर्व’ स्वयंसेवियों की मद्द से चलाया जा रहा है। जिला में बुजुर्गों व दिव्यांगजनों का डाटा तैयार किया गया है। जिला में 10600 सर्व स्वयंसेवी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

जिला प्रशासन टीम ने घर द्वार पहुंचाई दवाई
कमला देवी ने बताया कि उनके पति लंबे अरसे से मानसिक रोग से ग्रस्त हैं। विधि के खेल ऐसे कि कुछ वर्ष पहले उनके इकलौते बेटे को भी यही रोग लग गया। डॉक्टरों ने नियमित तौर पर दवाई खाने को कहा है। उनकी दवाइयां खत्म होने को थीं और लॉकडाउन में घर से 60 किलोमीटर मंडी शहर जाकर दवाइयां लाने का कोई साधन और सूरत नजर नहीं आ रही थी। कमला उनकी पंचायत की ‘सर्व-संकल्प’ की स्वयंसेवी अंजना देवी के पूछने पर उससे अपनी व्यथा सुनाई। उसने दवाई की पर्चियों के फोटो खींचे और दो-एक रोज में जिला प्रशासन की टीम रैडक्रास सोसायटी के सचिव ओपी भाटिया की अगवाई में दवाई लेकर खुद उनके घर आ गई।

रैडक्रॉस सोसायटी के सचिव ने खुद घर पहुंचाई दवाइयां
जिला रैडक्रॉस सोसायटी मंडी के सचिव ओपी भाटिया ने कहा कि सर्व स्वयंसेवी अंजना देवी ने व्हाट्सएप पर दवाइयों की जो पर्चियां भेजी थीं, उनके अनुरूप दवा खरीद कर कमला के परिवार को तीन माह की दवाइयां मुफ्त दी गई हैं। उन्होंने खुद उनके कमला देवी के घर जाकर दवाइयां देकर और परिवार कुशलक्षेम जाना हैं।

क्या कहते हैं डीसी मंडी
उधर,उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर का कहना है कि प्रदेश सरकार के निर्देशों के अनुरूप जिला प्रशासन का कोरोनाकाल में लोगों को सभी जरूरी सेवाएं व सुविधाएं उनके घर द्वार पर मुहैया करवाने का संकल्प जारी है। उन्होंने कहा कि सर्व संकल्प कार्यक्रम इस दिशा में उठाए गए कदमों की कड़ी में एक अभिनव पहल है। कार्यक्रम के तहत सर्व स्वयंसेवी जिलाभर में बुजुर्गों और दिव्यांगजनों से संपर्क कर रहे हैं और उनकी जरूरत के अनुरूप सेवा उपलब्ध करवाने में जुटे हैं, जिससे उन्हें किसी तरह की असुविधा का समाना न करना पड़े।