दो वर्षों से महिला लगा रही एसडीएम कार्यालय के चक्कर…! नहीं मिली अभी तक अवार्ड राशि

उज्जवल हिमाचल। नूरपुर

हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के गांव भेड़ खड़ की निवासी रक्षा देवी के मामले की सुनवाई माननीय लोकायुक्त महोदय द्वारा आज नूरपुर लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह में आरंभ हुई। गौरतलब है कि रक्षा देवी की भूमि और मकान पठानकोट मंडी फोरलेन की जद में आ गया है और रक्षा देवी को अभी तक पिछले 2 वर्षों से अवार्ड होने के बावजूद भवन की राशि ज्वाली एसडीएम द्वारा नहीं दी गई है अनेकों बार पत्राचार करने के बावजूद एसडीएम ज्वाली इसको टालता रहा है और उनका स्टाफ के दो अधिकारी रक्षा देवी और उसके पति से एसडीएम को हिस्सा देने की बात कह कर राशि को न देने की बात कर रहे थे।

पिछले दो वर्षों से परेशान होकर रक्षा देवी ने अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार संघ के साहिदेशक राजेश पठानिया से संपर्क किया और उन्हें अपनी व्यथा सुनाई। उन्होंने तत्काल इस पर संज्ञान लेते हुए माननीय लोकायुक्त को रक्षा देवी के साथ हो रहे अन्याय के बारे में बताया जिस पर माननीय लोकायुक्त महोदय ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आज नूरपुर लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह में रक्षा देवी और एसडीएम ज्वाली और उनके अधिकारियों को भी बुलाया ।माननीय लोकायुक्त ने रक्षा देवी की व्यथा बहुत विस्तार से और धैर्य से सुनी और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया। एसडीएम जवाली से भी इस मामले में जवाब मांगा।रक्षा देवी को अब तक की एसडीएम के साथ हुई पत्राचार की सारी प्रतिलिपियां उन्हें भेजने के लिए कहा गया।

अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संघ के साहिदेशक राजेश पठानिया ने भी रक्षा देवी का पक्ष मजबूती के साथ माननीय लोकायुक्त के समक्ष रखा और उन्होंने रक्षा देवी को शीघ्र न्याय दिलवाने का आश्वासन भी दिया।राजेश पठानिया ने कहा कि भारत सरकार में न्याय व्यवस्था का बड़ा उच्च स्थान है। न्याय संविधान से मिलता है रक्षा देवी ने कहा कि हमें माननीय लोकायुक्त पर पूर्ण विश्वास है कि जल्द न्याय मिलेगा और उनका उनकी भवन की राशि पर मलिकाना हक उन्हें दे दिया जाएगा।

संवाददाताः विनय महाजन

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें