4 चीज़ों को शामिल कर बरकरार रखें त्वचा की खूबसूरती और चमक

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

त्वचा की देखभाल से जुड़ी दिनचर्या को यूं ही नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि आपकी ये लापरवाही त्वचा को प्रभावित कर सकती है जो कील-मुंहासों, रिंकल्स, ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स के रूप में सामने आते रहते हैं और लंबे समय तक बने भी रहते हैं। त्वचा की देखभाल का रुटीन तय होना बेहद जरूरी है। स्किन पोर्स को ब्लॉक होने या क्लॉगिंग से बचाने के लिए ज़रूरी है कि सुबह उठने के बाद सबसे पहले चेहरे को धोया जाएं, क्योंकि इस क्लॉगिंग की वजह से ही मुंहासे तथा ब्लैक व व्हाइट हेड्स होते हैं। त्वचा की देखभाल के सुबह के रुटीन में हमेशा एसपीएफ़ 50 और उससे अधिक का सनस्क्रीन शामिल होना चाहिए और इसका इस बात से कोई लेना-देना नहीं है कि कोई धूप में निकल रहा है या नहीं। सूरज से यूवीए किरणें खिड़कियों से आने वाली धूप के माध्यम से भी त्वचा में प्रवेश कर सकती है। त्वचा के कोलेजन को खराब कर सकती हैं जिसके परिणामस्वरूप त्वचा अपनी इलॉस्टिसिटी और नमी खोने लगती है।

सामग्री और उत्पाद जो क्वारांटाइन में भी आपकी त्वचा को अच्छा बनाए रखने में मदद करेंगे।

1. क्ले या मिट्टीः क्ले अपने डिटॉक्सिफाइंग गुणों के लिए जाना जाता है। क्ले बेस्ड क्लींजर या फेस मास्क रोमछिद्रों को खोलने में अद्भुत काम करते हैं। यह त्वचा से सभी गंभीर और प्रदूषकों को खींचकर बाहर निकालता है।

2. चारकोल: चारकोल की खूबियों से तो आप वाकिफ होंगी ही। अगर आपकी स्किन ऑयली है तो चारकोल का इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद साबित होगा क्योंकि यह सीबम को रुट्स से बाहर निकालता है और त्वचा की गहराई से सफाई करता है।

3. हल्दी: हल्दी भारतीय खानपान के सबसे जरूरी मसालों में शामिल है। हल्दी के इस्तेमाल से न सिर्फ रंगत निखरती है बल्कि कील-मुंहासों और दाग-धब्बे भी दूर होते हैं। हल्दी त्वचा को डिटॉक्स करना का भी काम करती है।

4. टी ट्री ऑयल: टी ट्री ऑयल खुजली और जलन को कम करके रुखी त्वचा से राहत दिलाता है। इसके अलावा टी ट्री ऑयल को हेयर केयर के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है जो डैंड्रफ की समस्या दूर करता है।