सरकार व विभाग के खिलाफ की नारेबाजी

नालागढ़ में प्रशिक्षित पंजाबी शिक्षकों ने जताया रोष

सुरेंद्र सिंह सोनी। नालागढ़
नालागढ़ प्रशिक्षित पंजाबी शिक्षकों ने सरकार की ओर से सोलन की अनदेखी करने पर सरकार व विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले एक दशक से पंजाबी अध्यापक रोजगार का इंतजार कर रहे है लेकिन पहले तो सोलन जिले के लिए पोस्ट ही नहीं निकाली गई अब तीन पोस्ट निकली थी वह भी ऊना जिले को स्थानातंरित कर दी है। पंजाबी शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया गया तो उन्हें आंदोलन और तेज करना पड़ेगा। नालागढ़ स्थित पार्क में प्रशिक्षित पंजाबी अध्यापक जसवीर कौर के नेतृत्व के नेतृत्व में यहां के पंजाबी अध्यापक एकत्रित हुए और प्रदेश सरकार के भेदभाव पूर्ण रवैये को लेकर नारेबाजी की। जसवीर कौर ने कहा कि नालागढ़ क्षेत्र में पंजाबी अध्यापक का प्रशिक्षण प्राप्त किए उन्हें कई वर्ष हो गए है। ऊन्होंने पंजाबी अध्यापकों का टेट भी पास कर लिया है।

साथ में सभी अध्यापकों ने बीएड व एमए भी की हुई है लेकिन सरकार यहां के लिए पोस्ट नहीं निकालती है जबकि स्कूलों में पंजाबी अध्यापकों के पद खाली पड़े है। धर्मपुर, कसौली, बडोग आदि स्कूलों मे पंजाबी अध्यापकों के पद खाली पड़े है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सोलन जिले के लिए तीन पद स्वीकृत किए थे अब चयन प्रक्रिया शुरू भी नहीं हो पाई थी कि सरकार ने यह तीनो ंपद ऊना जिले के लिए स्थानांतरित कर दिए है। जिससे यहां के पंजाबी शिक्षकों में रोष व्याप्त है। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर यह पद वापस नहीं किए तो उन्हें मजबूर हो कर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी।