स्टेट CID नारकोटिक्स टीम की बद्दी में रेड, फार्मा कंपनी का मालिक और मैनेजर गिरफ्तार

सुरिंद्र सिंह सोनी। बद्दी

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ जहां विश्व में फार्मा हब के नाम से जाना जाता है वहीं पर अब नशा माफिया सक्रिय होता नजर आ रहा है। बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में आए दिन मेडिकल नशे के कारोबारी पुलिस के हत्थे चढते रहते हैं। वहीं अब तो उद्योग भी इस गोरखधंधे में शामिल हो रहे हैं। इस बात का खुलासा तब हुआ जब हिमाचल प्रदेश नारकोटिक की क्राइम कंट्रोल यूनिट द्वारा बद्दी में एचपीएसईडीसी के प्लॉट नंबर 190 मे जैनेट फार्मा ट्रेडिंग मे जब दबिश दी। जानकारी के मुताबिक यह मुताबिक सीआईडी द्वारा 3 दिन पहले ही इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। यह पूरा मामला तब उजागर हुआ जब राज्य औषधि नियंत्रक नवनीत मरवाहा और उनके अधिकारियों की टीम ने उक्त कम्पनी के लेन-देन का ऑडिट किया जिसमें संदिग्ध बिक्री पाई थी।

जिसके बाद उन्होंने पुलिस से मामले की गहनता से जांच करने का अनुरोध किया था, जिसके बाद राज्य सीआईडी ने बद्दी स्थित थोक दवा लाइसैंस धारक ट्रेडिंग कंपनी जैनेट फार्मास्युटिकल्स (मुख्यालय जीरकपुर) के खिलाफ धोखाधड़ी व एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके कंपनी के मालिक दिनेश बंसल निवासी बरनाला पंजाब व पानीपत निवासी मैनेजर सोनू सैनी को गिरफ्तार कर लिया है।

पूछताछ के दौरान पता चला कि एनडीपीएस दवाओं को बेचने के लिए फर्जी बिल तैयार किए गए थे जिसमें नाइट्राजेपम, कोडीन और एटिजोलम शामिल थे। रिकाॅर्ड की जांच में पाया गया कि मंडी स्थित थोक दवा डीलर को दवाएं दी थीं लेकिन प्रारंभिक जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि मंडी स्थित ड्रग डीलर को कभी भी ऐसी दवाएं नहीं मिलीं। इसके अलावा यह पता चला है कि पंजाब में पहले ड्रग्स एंड कॉस्मैटिक्स एक्ट 2018-19 के उल्लंघन के लिए इसका थोक दवा लाइसैंस रद्द कर दिया गया था।

मामले की पुष्टि करते हुए स्टेट सीआईडी नारकोटिक्स डीएसपी दिनेश शर्मा ने बताया कि उद्योग के मालिक और मैनेजर को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8,21,22,29 और आईपीसी की 420, 468, 471 और 120 बी के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है और साथ ही रेड के दौरान गोदाम से लगभग 200 पेटी दवाइयों की भी ड्रग विभाग द्वारा जप्त करवाई गई है जिसकी जांच के बाद रिपोर्ट आने पर ही पता चल पाएगा कि उन दवाओं में कौनसा ड्रग डाला है।

वहीं स्टेट ड्रग कंट्रोलर नवनीत वर्मा ने बताया कि उनके डीआई द्वारा उन्हें हाल ही में सूचित किया गया कि जेनेट फार्मा द्वारा प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री काफी मात्रा में की गई है जिसके बाद उनके द्वारा एक टीम का गठन किया गया और फिर कानूनी कार्रवाई के लिए इस मामले की सूचना सीआईडी शिमला के उच्च अधिकारियों को दी जिस पर अब सीआईडी अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है वही गोदाम से जितना भी माल जप्त किया गया है उसे जांच के लिए भेज दिया गया है जल्द रिपोर्ट आ जाएगी