प्रदेश क्रिकेट संघ की 15वीं आम वार्षिक बैठक 18 काे

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। धर्मशाला

हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ की 15वीं आम वार्षिक बैठक 18 दिसंबर को धर्मशाला के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में आयोजित होगी। यहां जारी बयान में जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के सचिव सुमित शर्मा ने बताया कि यह बैठक सितंबर माह में होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते कोविड-19 के तहत बने नियमों के कारण इस बैठक की अवधि को नियमानुसार दिसंबर महीने तक बढ़ाया गया था। उन्होंने बताया कि इस बैठक में पिछले वर्ष संपन्न हुई क्रिकेट की अंतरजिला व राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचली गतिविधियों पर चर्चा की जाएगी।

वार्षिक वित्तीय बजट को अनुमोदित किया जाएगा और अन्य प्रशासनिक निर्णय जो नियमित क्रिकेट गतिविधियों को चलाने में सहायक होंगे, उन विषयों की चर्चा भी इसी बैठक में की जाएगी। उन्होंने बताया कि गत 9 महीनों से कॉविड महामारी के कारण सिर्फ हिमाचल में ही नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष में क्रिकेट की खेल गतिविधियां अभी तक थमी पड़ी है। हांलाकि अक्तूबर माह में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा एक एडवाइजरी सभी राज्य क्रिकेट संघों को जारी की गई थी। उसी एडवाइजरी के अनुरूप हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ ने भी अपनी अपैक्स कॉन्सिल में से 3 सदस्यीय दो अलग-अलग समितियों का गठन किया गया था।

उन समितियों को बीसीसीआई, हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश अनुसार हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के लिए भी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। इस बैठक में उस एसओपी समिति की रिपोर्ट पर भी विचार होगा। सुमीत ने बताया कि बीसीसीआई ने हाल ही में अपने एसओपीज के अनुरूप आईपीएल के 13वें संस्करण का दुबई में सफलतापूर्वक आयोजन संपन्न किया है।

उन्होंने बताया कि जनवरी माह में बीसीसीआई ने संभावित घरेलू क्रिकेट सत्र को शुरू करने के लिए सभी राज्य संघों से अपना निजी मत रखने की बात कही थी। ऐसे तमाम विषयों को लेकर एचपीसीए भी अपनी तैयारियों के संदर्भ में इसी आम वार्षिक बैठक में चर्चा करेगा। सुमीत ने बताया कि इस बैठक में अरुण सिंह धूमल बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष बनने के पश्चात अपने मूल प्रदेश संघ की किसी भी बैठक में पहली बार शामिल हो रहे हैं। वर्णीय है कि गत नो महीने से किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि कोरोना महामारी के चलते कम से कम हिमाचल में नहीं हो पाई हैं।