पलटू राम की जगह पल-पल पलटू राम हुआ प्रदेश के विक्रमादित्य का नाम

बागी विधायकों को उकसा कर विक्रमादित्य और प्रतिभा ने लिया यू-टर्न

विक्रमादित्य और प्रतिभा प्रदेश सरकार को पहले ही कटघरे में कर चुके हैं खड़ा

उज्ज्वल हिमाचल। मंडी

प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह का नाम अब पलटू राम नहीं रह गया है। बल्कि पल-पल पलटू हो गया है। यह तंज नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी में आयोजित एक प्रेसवार्ता में कसा है। इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए मंडी में मीडिया संवाद कक्ष का रिबन काटकर शुभारंभ भी किया। जयराम ठाकुर ने मंत्री विक्रमादित्य सिंह को नया नाम देते हुए कहा कि पहले विक्रमादित्य सिंह और उनकी माता प्रतिभा सिंह ने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था लेकिन अब उन्होंने अपने बयान को पलट कर यह सिद्ध कर दिया है कि वह पलटू राम नहीं पल-पल पलटू राम है। वहीं जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार जनता के बीच अपना बहुमत खो चुकी है और आज नहीं तो कल इस सरकार का जाना निश्चित है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को कुछ करने की आवश्यकता नहीं है और आने वाले समय अपने ही बोझ के कारण प्रदेश सरकार दब जाएगी।

पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के बागी विधायकों को उकसाने में विक्रमादित्य और प्रतिभा सिंह की भूमिका अहम रही है। प्रतिभा सिंह प्रदेश सकरार के खिलाफ बयानबाजी करती रही और विक्रमादित्य सिंह ने त्यागपत्र दे दिया। इससे कांग्रेस से नाराज चल रहे विधायकों को उन्होंने उत्साह देकर रखा। लेकिन खुद यू-टर्न लेकर अपना हाथ पीछे खींच लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के सीपीएस का मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है और इस पर फैसला आने के बाद सरकार पलट जाएगी।

पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने विक्रमादित्य द्वारा अपने अधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर गौमांस का सेवन करने को लेकर की गई विवादित टिप्पणी पर कहा कि भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत ने पहले ही साफ कर दिया है कि उन्होंने गौ मांस नहीं खाया है। इसको लेकर सभी आरोपों को कंगना रनौत ने सिरे से पहले ही खारिज किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति पर इस प्रकार की टिप्पणी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्रीय नेतृत्व ने हर बात को ध्यान में रखकर मंडी संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार को घोषित किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मामले संवेदनशील होते हैं और अगर यदि इसके बाद भी इस तरह की बयानबाजी की जाती हैं तो इसकी शिकायत चुनाव आयोग को सौंपीं जाएगी।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें