जिला परिषद कैडर कर्मियों और अधिकारियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी, कामकाज ठप

विनय महाजन, नूरपुर।

नूरपुर आज जिला परिषद कर्मचारी एवं अधिकारी संघ की नूरपुर इकाई की पेंन डाउन हड़ताल तीसरे दिन में प्रवेश कर गई। इस हड़ताल में जिला परिषद एवं पंचायत सचिव व तकनीकी सहायक अभियंता भी शामिल हुए। आज गाधी जयंती पर प्रदेश की हर पंचायत में सरकार दारा ग्राम सभा की बैठक का आयोजन करवाया गया। इस ग्राम सभा में मुख्य चर्चा पंचायत विकास कार्यों के लिए जीपीडीपी 15वां वित आयोग शेल्फ वी मनरेगा शेल्फ ग्राम सभा में मौजूद जनता के बीच मंजूर होनी थी। लेकिन, इन कर्मचारियों व अधिकारियों के हड़ताल पर होने से आज अनेकों पंचायतों में ग्राम सभा का कोरम पूरा न होने के कारण विकास कार्यों का मास्टर प्लान भविष्य में अधूरा रह गया।

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इनका कहना यह भी था कि सरकार ने ग्राम सभा की बैठक को सफल बनाने के लिए ऐसे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है जिनको इस मामले की कोई भी जानकारी नहीं थी। जिस कारण आज नूरपुर की काफी पंचायतों में ग्राम सभा का कोरम पूरा न हो सका। खुलकर सरकार को जागरूक करने के लिए नारे वाजी होती रही सारे दिन। इस मौके पर महासंघ की नूरपुर इकाई के अध्यक्ष अजय संतोषी , विनोद, नीलम कुमारी, किरण वाला, अविनाश, रजनीश इस हड़ताल में मौजूद रहे। यह जानकारी विजय कुमार ब्लॉक प्रधान जिला परिषद संघ और विनोद जिला प्रधान कांगड़ा ने दी है।

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अजय संतोषी ने बताया कि महासंघ पिछले काफी समय से जिला परिषद के कर्मचारियों और अधिकारियों का विलय पंचायतीराज विभाग व ग्रामीण विकास विभाग में करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार ने अभी तक इस संदर्भ में कोई कार्रवाई नहीं की है। इससे इस वर्ग में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि 22 सितंबर 2022 को छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की घोषणा की गई थी लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी इस अधिसूचना को लागू नहीं किया गया है। इसके विरोध स्वरूप कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर रोष व्यक्त किया।

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