कुल्लू में तूफान ने मचाई तबाही

मनीष ठाकुर। कुल्लू

जिला कुल्लू में दोपहर बाद आए तेज तूफान ने खूब तबाही मचाई। जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में तेज तूफान ने व्यापारियों व लोगों के होश उड़ा दिए। यह तूफान करीब 20 मिनट तक चलता रहा और इस दौरान शहर में भी कई पेड़ों की टहनियां भी टूट गई। तेज़ हवा के चलते कई दुकानों के बोर्ड भी हवा में उड़ गए। गनीमत यह रही कि इस कारण किसी को जानी नुकसान नही हुआ। वहीं, बागवानों को भी इससे खासा नुकसान हुआ है।

तेज हवा व अंधड़ के चलते फलदार पेड़ों की टहनियां भी क्षतिग्रस्त हुई है और उनमें तैयार पलम खुमानी व नाशपती के फसल भी नीचे आ गिरी। जिला कुल्लू के निचले इलाकों में इन दिनों अधिकतर फल पेड़ों पर तैयार हो गए हैं और कुछ ही दिनों में उन्हें बाजारों में भी बेचने की आस बागबान लगाए हुए थे, लेकिन तेज तूफान व अंधड़ ने बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अचानक से आए इस तूफान के चलते फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।

अधिकतर पेड़ों की टहनियां ही टूट चुकी है और फल भी टूटकर जमीन पर गिरे हैं, जिसके चलते काफी नुकसान उठाना पड़ा है। उनका कहना है कि कोरोना के चलते उन्हें पहले ही काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं, अब प्रकृति की मार भी उनके लिए खतरनाक साबित हो रही है। तूफान के कारण जिला कुल्लू की गड़सा, मणिकर्ण व बंजार घाटी में भी बागवानों को खासा नुकसान हुआ है। इन क्षेत्राें में सेब की फसल पर भी काफी बुरा असर पड़ा है और तूफान के कारण सेब की फसल भी प्रभावित हुई है।