शिक्षक का ज्ञान जीवन को उज्जवलित करता है-संजय पराशर

नंगल चौक में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में पराशर ने सम्मानित किए 539 शिक्षक और 284 पूर्व कर्मचारी

Teacher's knowledge brightens life - Sanjay Parashar
शिक्षक का ज्ञान जीवन को उज्जवलित करता है-संजय पराशर

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय पराशर ने शिक्षक दिवस के अवसर पर सोमवार को नंगल चौक में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर कैप्टन संजय ने जसवां-परागपुर क्षेत्र के 539 शिक्षकों को सम्मानित किया। इसके साथ ही संजय ने इस कार्य्रकम में सार्वजनिक क्षेत्र में सेवाएं दे चुके वाले 284 सेवानिवृत्त कर्मचारियों व अधिकारियों को भी सम्मानित किया।

शिक्षक दिवस पर पराशर ने उनके द्वारा संचालित इंग्लिश लर्निंग सेंटर्स के 80 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। इस मौके पर बतौर मुख्य वक्ता संजय ने कहा है कि शिक्षक का ज्ञान जीवन को उज्जवलित करता है। गुरू-शिष्य परंपरा भारत की सनातन संस्कृति का अहम और पवित्र हिस्सा रही है।

शिक्षक ही हमें जीवन  के कठिन संघर्षों के रास्तों पर चलने के लिए तैयार करते हैं। जीवन और अपने परिवेश को सुंदर और उपयोगी बनाने का मार्ग के पथ-प्रदर्शक भी शिक्षक ही हाेते हैं। वही हमारे जीवन को सजाते व संवारते हैं। कहा कि उनकी दृष्टि में जीवन को सही अर्थों में जीने और इस संसार को खूबसूरत बनाने की कला सिखाने वाले शिक्षक ही वरेण्य हैं, सम्माननीय है।

कहा कि आज शिक्षकों को दिया जा रहा सम्मान सही मायनों में उन्हें गर्वित कर रहा है। उन्होंने अपने जीवन को सफल बनाने के लिए अपने गुरूओं का आभार जताते हुए कहा कि आज वो जो कुछ भी हैं, उसके पीछे उनके शिक्षकों का ही सबसे बड़ा योगदान रहा है। कहा कि शिक्षक उस माली के समान होते हैं, जो एक ही बागीचे को अलग-अलग रूप-रंग के फूलाें को सजा देते हैं।

इतना ही नहीं शिक्षक ही अपने विद्यार्थियों में राष्ट्र चरित्र का भी निर्माण करते हैं। कहा कि गुरू की महिमा का वर्णन करना बहुत मुश्किल काम है। गुरू बिना ज्ञान नहीं मिलता है क्योंकि शिक्षक ही जीवन में अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाते हैं और जीवन को जीने की राह दिखाते हैं।

शिक्षक दिवस को मनाने का भी उद्देश्य शिक्षकों का सम्मान और विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति जागरूक करना रहा है। संजय ने कहा कि शिक्षक का हर किसी के जीवन में बहुत महत्व होता है और सच यही है कि आज वह जिस मुकाम पर भी पहुंचे है, अपने गुरूजनों की बदौलत ही यह सब संभव हो पाया है। बड़ी बात यह भी रही कि कैप्टन संजय ने शिक्षकों को सम्मानित करने से पहले उनके चरण भी छुए और उनका फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।

वहीं, सम्मानित हुए शिक्षकों में गोरालधार वंदना गुलेरिया, जंडौर से प्रियंका, परागपुर से वीरेन्द्र और टैरेस से शिक्षक अंकराज ने बताया कि संजय पराशर द्वारा शिक्षकों के सम्मान के लिए इतने बड़े स्तर पर आयोजन करना शिक्षा जगत से जुड़े सभी लोगों के लिए भी गर्व की बात है। पिछले वर्ष भी पराशर ने शिक्षकों का सम्मान परागपुर में किया था।

कार्यक्रम में पहुंचे टिक्कर गांव से लोक निर्माण विभाग के सेवानिवृत कर्मचारी राजेंद्र डोगरा विद्युत विभाग में सेवाएं प्रदान कर चुकीं विजया देवी ने कहा कि पराशर सामाजिक सरोकारों के लिए लंबे समय से काफी कुछ कर रहे हैं और समाज के हर वर्ग को लेकर साथ चलते हैं। पूर्व कर्मचारियों के लिए ऐसे सम्मान समारोह की शुरूआत पराशर ने ही की है। इसके लिए वे भी पराशर की सोच व विजन काे सलाम करते हैं।

पराशर ने लोअर भलवाल में आयोजित किया 41 वां महायज्ञ-संजय पराशर ने लोअर भलवाल में सोमवार को 41वें महायज्ञ का आयोजन किया। इस महायज्ञ में डेढ़ सौ परिवारों के सदस्यों ने भाग लिया और हवन कुंड में आहुतियां डालीं। महायज्ञ में पंचायत प्रधान मोनिका, वार्ड पंच अंजना देवी, देसराज, राजेन्द्र पाल, रछपाल सिंह, सोहन लाल, चमन लाल, सोनी, सुमन लता, संजीव कुमार, सीमा देवी, प्रकाश, निशा, कमलेश और शामदीन भी मौजूद रहे।

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।