प्रवक्ता कैडर में 50 फीसदी पदोन्नत हों टीजीटी : हीर

प्रमोशन अर्हता अवधि 5 से घटाकर 3 वर्ष हो

एसके शर्मा । हमीरपुर

प्रदेश में टीजीटी कैडर के शिक्षकों को आरएंडपी नियमों के तहत 50-50 के आनुपातिक कोटे के अनुसार पदोन्नत नही किया जा रहा है। स्कूलों में कार्यरत लैक्चरर (स्कूल-न्यू) सीधी भर्ती और पदोन्नति से नियुक्त किए जाते हैं। भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के तहत इनका 50-50 का कोटा तय है, लेकिन पिछले कुछ अरसे से प्रमोशन कोटे के शिक्षकों की संख्या लेक्चरर कैडर में कुल स्वीकृत पदों का 50 फीसदी नही है। प्रवक्ता कैडर में 50 फीसदी पदोन्नति टीजीटी से करने की मांग हमीरपुर टीजीटी संघ अध्यक्ष विजय हीर सहित समूची कार्यकारिणी ने वर्चुअल बैठक में उठाई है।

हीर ने कि प्रवक्ता स्कूल न्यू में पदोन्नत टीजीटी की संख्या वांछित संख्या से बहुत कम है, जबकि टीजीटी कैडर में स्नातकोत्तर योग्यता धारक शिक्षकों की उपलब्धता होने के बावजूद उनके प्रमोशन को रोका जाना और तय समय पर पदोन्नत न किया जाना शिक्षकों के हितों पर सीधा कुठाराघात है। इसके अलावा संघ ने टीजीटी से लेक्चरर (स्कूल न्यू) के पदों पर प्रमोशन के लिए पांच सालों की रेगुलर टीजीटी सेवा शर्त को हटाकर इसे तीन वर्ष किए जाने की मांग की है।

टीजीटी कैडर में तीन से चार साल कांट्रैक्ट की सेवा के चलते यह शर्त शिक्षकों की नियमित प्रोमोशन के लिए सबसे बड़ी बाधक बनी हुई है। सैकड़ों टीजीटी शिक्षक इस शर्त की वजह से प्रोमोशन से वंचित हो रहे हैं, जबकि इस कैडर का भारी बैकलॉग चला हुआ है। किसी भी प्रोमोशन के लिए रेगुलर सेवा अवधि की तीन वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट्स की ही आवश्यकता होती है। इसलिए टीजीटी कैडर से लेक्चरर स्कूल न्यू के पदों पर टीजीटी कैडर में सेवारत टीजीटी की तीन वर्षीय सेवा अवधि को लागू किया जाना व्यापक व जनहित में है। अनुबंध अवधि का दंश शिक्षकों ने 3 से 8 साल झेला है और ज्यादा समय अनुबंध पर रहे शिक्षकों को 5 साल नियमित सेवाकाल 13 वर्ष सेवाकाल के बाद गिने जाने से उनकी पदोन्नति में विलंब होता है।