मंडी उपचुनाव: सेरी मंच पर एक साथ दिखे भाजपा के मंडी से टिकट के चाहवान नेता

उमेश भारद्वाज। मंडी

मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर पर चुनावी दाव खेला गया है। जहां वीरवार को खुशाल ठाकुर द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल किया।

वहीं, नामांकन उपरांत छोटी काशी मंडी के ऐतिहासिक सेरी मंच पर विराजमान भाजपा नेताओं और विधायकों द्वारा कार्यक्रम की शोभा को और अधिक बढ़ा दिया गया। लेकिन चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए बनाए गए इस मंच पर भाजपा की ओर से मंडी संसदीय क्षेत्र से टिकट के चाहवान नेताओं की मौजूदगी भी एक चर्चा का विषय रहा। जहां मंडी संसदीय क्षेत्र से बतौर भाजपा उम्मीदवार टिकट की चाहत रखने वाले नेताओं ने पार्टी हाईकमान के निर्णय को ही सर्वोपरि बताया।

वहीं, उन्हें टिकट नहीं मिलने का मलाल भी साफ तौर पर देखा जा सकता था। अब ऊंट किस करवट बैठता है ये इस बात तो 2 नवबंर को चुनाव नतीजे के साथ ही सामने आएगी। लेकिन मंडी संसदीय क्षेत्र में होने जा रहा उपचुनाव भाजपा के लिए एक बड़े संघर्ष से कम नहीं है। इसी चुनाव से अगले साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भी मतदाताओं का रूख देखा जाएगा।

चुनावी रैली के मंच पर सीएम जयराम ठाकुर, सांसद एवं प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप तथा भाजपा प्रत्याशी खुशाल सिंह के साथ मंडी से चार बार सांसद रहे महेश्वर सिंह,प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अजय राणा और टिकट को लेकर लगातार सुर्खियों में रहने वाले कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी मौजूद रहे।

इस दौरान पूर्व सांसद महेश्वर सिंह द्वारा टिकट न मिलने का मलाल उनके संबोधन में साफ देखा गया। महेश्वर सिंह ने कहा कि जो भी निर्णय आलाकमान ने लिए हैं- सिर माथे पर, ज्यादा बोलना भी सही नहीं। मेरे भीतर कोई कमी रही होगी, पार्टी ने जो निर्णय लिया है वह सही है।

वहीं, कई वर्षों से प्रदेश भाजपा संगठन में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपना कार्य बखूबी से निभाने वाले अजय राणा के चेहरे पर टिकट न मिलने का गम साफ देखा जा सकता था। अजय राणा ने उम्मीदवार के चयन को पार्टी हाईकमान का फैंसला बताने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं से भाजपा के पक्ष में निष्ठा से कार्य करने की भी अपील की गई। इससे भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा द्वारा एक बार फिर संगठन को मजबूती प्रदान को लेकर उदाहरण पेश किया गया।

इसके अलावा टिकट को लेकर लगातार सुर्खियों में रहने वाले कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में भाजपा उम्मीदवार खुशाल ठाकुर के विजन और उपलब्धियों को छोड़ प्रदेश में सीएम जयराम ठाकुर द्वारा करोड़ों के विकास कार्यों के शिलान्यास और उद्घाटनों की एक लंबी फेहरिस्त कार्यकर्ताओं के सामने रखी गई। लेकिन इन सबके बीच मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा के लिए राहत की बात यह भी रही कि टिकट के चाहवान नेताओं ने पार्टी हाईकमान द्वारा मंडी संसदीय क्षेत्र से चुने गए उम्मीदवार को विजयी बनाने को लेकर एकजुट होकर कार्य करने की अपील कार्यकर्ताओं से की गई।

पूर्व सांसद महेश्वर सिंह का बतौर सांसद सफर:-

अगर मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा के टिकट की बात की जाए तो इस दौड़ में महेश्वर सिंह और अजय राणा सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। वहीं प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी बतौर सांसद उम्मीदवार लगातार सुर्खियों में बने रहे। बता दें कि पूर्व सांसद महेश्वर सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र से चार बार सांसद रह चुके हैं। महेश्वर सिंह द्वारा प्रदेश राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले पंडित सुखराम, कौल सिंह ठाकुर और प्रतिभा सिंह जैसे दिग्गज नेताओं को लोकसभा चुनाव में हराकर सांसद बन चुके हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा का राजनीतिक सफर:-

अजय राणा 30 वर्ष से अधिक समय से भाजपा से संबंधित संगठनों से जुड़े हैं और महत्पूर्ण पदों पर रहकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर कार्य किया है। अजय राणा ने राजनीति की शुरुआत छात्र जीवन से ही कर दी थी और सबसे पहले 1983-87 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सुंदरनगर के अध्यक्ष रहे। इसके बाद 1991 में एचपी यूनिवर्सिटी में विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष रहे हैं। इसके कारण वह प्रदेश स्तर पर युवाओं के साथ मिलकर कार्य किया है। विद्यार्थी परिषद के बाद वह युवा मोर्चा में भी प्रदेश उपाध्यक्ष रहे और उसके बाद युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं।

राणा 2003 से 2006 तक युवा मोर्चा के राज्य महासचिव पद पर रहकर संगठन को धरातल स्तर पर मजबूत करने में प्रमुख भूमिका अदा की है। युवा मोर्चा की राजनीति से आगे बढ़कर राणा ने भाजपा जनता पार्टी में कदम रखा और 2009 से 12 तक भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे हैं और उसके बाद लगातार भाजपा प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। राणा रेल्वे बोर्ड के सदस्य रहने के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट बोर्ड के साथ यूथ बोर्ड के सदस्य भी रहे हैं। भाजपा संगठन की राजनीति में 30 वर्षों से अधिक समय तक काम करने के कारण राणा इस बार भी मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में मजबूत दावेदार के रुप में देखे जा रहे थे।

महेंद्र सिंह ठाकुर का राजनीतिक सफर:-

महेंद्र सिंह ठाकुर भाजपा सरकार में दूसरे नंबर के सबसे ताकतवर मंत्री माने जाते हैं। भाजपा सरकार में महेंद्र सिंह ठाकुर राजस्व, बागवानी,जल शक्ति एवं सैनिक कल्याण मंत्री मंडी जिला के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से 7वीं बार जीत दर्ज की थी। एक साधारण परिवार से राजनिति में आकर महेंद्र सिंह ठाकुर ने कई कीर्तिमान स्थापित किये। जिससे आज भी उनका एक बड़ा वर्ग मुरीद है। उन्होंने दल भी बदले,लेकिन चुनाव नहीं हारे। अधिकारियों को खुले मंच से खरी-खोटी सुनाने और अपने बेबाकी को लेकर महेंद्र सिंह ठाकुर प्रदेश में काफी अधिक प्रसिद्ध भी हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव की घोषणा होने के समय से ही महेंद्र सिंह ठाकुर को बतौर भाजपा उम्मीदवार चुनाव में उतारने को लेकर लगातार सुर्खियों में रहे। लेकिन महेंद्र सिंह ठाकुर का जयराम ठाकुर सरकार में पहले से ही ऊंचा कद होने के कारण लोकसभा टिकट की चाह रखना कहीं न कहीं उन्हें लोकसभा से बतौर उम्मीदवार की दौड़ से बाहर कर रहा था।