हिमाचल में नहीं दिखा बंद का ज्यादा असर, पठानकोट में लगा जाम

विनय महाजन। नुरपुर

संयुक्त किसान मोर्चा और किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित शुक्रवार को भारत बंद का हिमाचल में खासा असर नहीं दिखा। पठानकोट में पंजाब-हिमाचल सीमा पर आसपास के गांवों से इकट्ठा हुए किसान संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बंद को सफल बनाने के लिए सड़कें जाम करते नजर आए। जिससे पंजाब के बाकी हिस्सों एवं हिमाचल से आने वाले लोगों को पठानकोट शहर की सीमा पर ही रोक दिया गया। किसी भी तरह के टकराव तथा विपरीत परिस्थिति पैदा होने से रोकने के लिए मौके पर भारी पंजाब पुलिस व हिमाचल पुलिस बल के जवान तैनात किए गए थे। वहीं, कुछ जगह लोग भी परेशान दिखे। उधर, चक्की पुल पर धरना दिए जाने के कारण जालंधर जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई किलोमीटर लम्बा ट्रैफिक जाम लग गया। वहीं शहर में कामरेडों द्वारा दुकानें बंद कराने हेतु मार्च निकालने के बावजूद बाजार खुले रहे। पठानकोट शहर में तथा निकटवर्ती सुजानपुर में कुछ गिनती के लोगों द्वारा ही धरनाकारियों के समर्थन में अपनी दुकानें बंद रखी गईं।

संयुक्त किसान मोर्चा अध्यक्ष गुरदयाल सिंह सैनी का कहना था कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से बंद कर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों का मामला अकेले किसानों का नहीं बल्कि हर आम वर्ग के लोगों का है। आम लोगों को भी किसानों का साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेताओं ने दुकानदारों से बंद में शामिल होने की अपील की थी।