आज से महिलाएं रोडवेज की बसों में कर सकेंगी फ्री सफर

दिनेश धीमान। इन्दौरा

राज्य की महिलाओं को एक अप्रैल से पंजाब रोडवेज व पनबस में सफर करने की फ्री सुविधा मिलेगी। पंजाब सरकार के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल की ओर से पेश किए गए बजट में महिलाओं को बसों में फ्री सफर करने का प्रस्ताव पारित किया गया। जिस पर अमल करते हुए पंजाब सरकार की ओर से अब एक अप्रैल से राज्य की महिलाओं को निशुल्क सफर करने की सुविधा दी गई है। जिसके तहत राज्य के 18 डिपो में नोटिफिकेशन के माध्यम से पंजाब सरकार ने महिलाओं को सुविधा देने की घोषणा की है। सरकार की ओर नोटिफिकेशन के माध्यम से बताया गया है कि यह सुविधा महिलाओं को सिर्फ साधारण बसों में ही दी जाएगी। जबकि एसी व वाल्वों में महिला फ्री सफर नहीं कर सकेगी। जबकि जम्मू कश्मीर व हिमाचल प्रदेश से आने वाली महिलाओं को पंजाब में सफर करने के लिए आधार कार्ड दिखाना पड़ सकता है।

  • जम्मू कश्मीर व हिमाचल प्रदेश से आने वाली महिलाओं को पंजाब में यात्रा करने लिए दिखाना पड सकता है आधार कार्ड

जानकारी अनुसार पठानकोट डिपो में इस समय रोडवेज सहित पनबस की लगभग 107 बसें है। इसमें चंडीगढ़, जालंधर, लुधियाना, अमृतसर, पटियाला सहित राज्य के कई जिलो में लगभग 85 रूटों पर बसें पठानकोट से चलाई जाती है। पठानकोट से अमृतसर, जालंधर व चंडीगढ़ में पढाई करने वाले गर्ल्ज स्टूडेंटस को इसका ज्यादा लाभ मिलेगा। जबकि इसके साथ ही पठानकोट से अमृतसर, जालंधर, गुरदासपुर जिले में रोजाना एक हजार के करीब महिलाएं जॉब करने जाती है। जिन्हें इस सुविधा का लाभ मिलेगा। जबकि इससे पूर्व कई महिलाओं ने सरकारी बसों में सफर करने के लिए अपने पास बना रखें थे इसके साथ ही प्राईवेट बसों में किराया में डिस्काऊंट लेकर सफर करती थी। लेकिन सरकार के एक अप्रैल से निशुल्क सफर करने के फैसले से महिलाओं को काफी लाभ होगा।

  • पठानकोट डिपो की 107 बसों में महिलाओं को मिलेगा फायदा, चंडीगढ़ जाने वाले स्टूडेंट्स को होगा लाभ

पंजाब रोडवेज डिपो पठानकोट के अधिकारियों का कहना है कि सरकार के नोटिफिकेशन की कापी उनके पास पहुंच चुकी है। जिसकी जानकारी उनकी ओर से ड्राईवर कंडक्टरो को भी दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि पठानकोट से जालंधर, अमृतसर व लुधियाना व होशियापुर रूट पर काफी बसें चलती है। जबकि इसके साथ ही चंडीगढ के लिए भी सुबह चार बसें चलती है। जिसका रोजाना सफर करने वाली गर्ल्ज स्टूडेंटस व जॉब करने वाली महिला कर्मियों को मिलेगा। राज्य की कोई भी महिला सरकारी बसों में सफर कर सकती है।